तमिलनाडु सरकार ने राज्य भर में व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, दुकानों और उपक्रमों के बोर्डों पर तमिल में प्रमुखता से नाम लिखवाए जाने की प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है। इस अभियान को अप्रैल के अंत तक पूरा करने की व्यापारियों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से अपील की गई है।
तमिल बोर्ड लगाने के अभियान को ढाई महीने में पूरा करने की अपील
इस मुद्दे पर बुधवार को हुई दूसरी समीक्षा बैठक की अध्यक्षता प्रदेश के मंत्री एमपी स्वामीनाथन ने की जिसमें सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और श्रम कल्याण व कौशल विकास मंत्री सीवी गणेशन भी शामिल हुए। उन्होंने इस दिशा में दिशा-निर्देश किए कि प्रदेश में तमिल बोर्ड लगाने के अभियान को ढाई महीने में पूरा कर लिया जाए।
ट्रेडरों के साथ हुई पहली बैठक रही थी कामयाब
स्वामीनाथन ने कहा कि इस विषय में तमिलनाडु वानिगर संगम के नेतृत्व में ट्रेडरों के साथ हुई पहली बैठक कामयाब रही थी। यह दूसरी बैठक है और मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इरोड में कुछ व्यापारियों ने दो फरवरी को अपने बोर्ड बदलकर तमिल भाषा में लिखे बोर्ड लगा भी लिए हैं। यह स्वागतयोग्य कदम है और इसी सफलता को हम पूरे प्रदेश में दोहराना चाहते हैं।
उन्होंने संवाददाताओं को राज्य सरकार के एक आदेश का हवाला देते हुए बताया कि सरकारी विभागों, फाइलों और इमारतों पर कुछ भी लिखने के लिए केवल तमिल भाषा का इस्तेमाल होना चाहिए। उन्होने व्यापारियों से अपील की है कि वह बिना किसी सरकारी आदेश के तमिल नामों के बोर्ड लगाने शुरू कर दें।
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