तमिलनाडु में अवैध शराब से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। अब तक कल्लाकुरिची जिले में 57 लोगों की मौत हो गई है। भाजपा ने इस घटना पर विपक्षी दलों की चुप्पी पर सवाल उठाया। उधर तमिलनाडु की डीएमके सरकार ने मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद देने का एलान कर चुकी है।
तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में अवैध शराब से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 57 तक पहुंच गया है। उधर, पुलिस ने जहरीली शराब की आपूर्ति करने वाले मुख्य संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि मेथनॉल युक्त शराब पीने से इन लोगों की जान गई है।
तमिलनाडु सरकार मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी। यह घटना 19 जून को प्रकाश में आई थी। प्रदेश सरकार ने माता-पिता या इनमें से किसी एक को खोने वाले बच्चों की पूरी शिक्षा और छात्रावास का खर्च उठाने का एलान भी किया है।
156 लोग अस्पताल में भर्ती
विभिन्न सरकारी अस्पतालों में कुल 156 लोगों का इलाज चल रहा है। कल्लकुरिची सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कुल 110 लोग भर्ती हैं। पुडुचेरी में 12, सलेम में 20 और विलुप्पुरम के सरकारी अस्पताल में चार लोगों का इलाज चल रहा है। पांच पुरुषों और दो महिलाओं समेत कुल सात लोगों को छुट्टी दे दी गई है। यह जानकारी कल्लकुरिची के जिला प्रशासन ने साझा की है।
कहां-कितनी हुईं मौतें
अब तक सरकारी कल्लकुरिची मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 32, सलेम के सरकारी मोहन कुमारमंगलम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 18 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकारी विल्लुपुरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चार और पुडुचेरी के जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च में तीन लोगों की जान गई है।
बच्चों को आर्थिक मदद देगी प्रदेश सरकार
तमिलनाडु सरकार माता-पिता को खोने वाले बच्चों को 18 साल की उम्र तक 5000 रुपये प्रति महीने की सहायता प्रदान करेगी। इन बच्चों के नाम पांच लाख रुपये फिक्स्ड डिपॉजिट किए जाएंगे। वहीं माता-पिता में से किसी एक को खोने वाले बच्चे के नाम तीन लाख रुपये फिक्स्ड डिपॉजिट किए जाएंगे। 18 साल की उम्र होने पर ब्याज समेत यह राशि बच्चे निकाल सकेंगे।
भाजपा ने विपक्ष को घेरा
उधर, इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद संबित पात्रा ने कांग्रेस की चुप्पी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु की शराब त्रासदी पर मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका और सोनिया गांधी चुप क्यों है? पात्रा ने इस घटना को प्रायोजित हत्या करार दिया।