मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री की ग्राम पंचायतों के सशक्तिकरण की परिकल्पना को साकार करने के लिए आज मैं यहां उपस्थित हुआ हूं। पंचायती राज दिवस की आप सभी को बधाई देता हूं और उत्कृष्ट कार्य करने वाले ग्राम पंचायतों को भी बधाई। जनपद का ऐरी रमपुरा ग्राम एक माडल है, अगर ऐसी सोच हर ग्राम पंचायतों की होगी तो पंचायतें विकास की धुरी बनेगी। विकास कार्य के लिए पैसों की कमी नहीं है। हम गांव के पंचायत भवनों को मजबूत करेंगे और हर काम ग्राम पंचायतों से ही हों, इस सोच के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। वह पंचायती राज दिवस पर ऐरी रमपुरा गांव में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हमने 682 करोड़ की परियोजनाएं दी हैं, ग्राम पंचायतें डिजिटलीकरण की ओर बढ़ रही है और अब गांव भी शहरों की तरह स्मार्ट होंगे। जल संरक्षण की दिशा में भी बेहतर काम हो रहा है, गांवों को पर्यटन की दृष्टि से भी आगे बढ़ाने का काम हो रहा है। गांधीजी ने जो परिकल्पना की थी, वह आज साकार होगी। ऐरी रमपुरा गांव में हाईस्कूल की मान्यता दी जाएगी ताकि बालिकाएं अब पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाएंगी।
पंचायती राज दिवस को लेकर डकोर ब्लाक के ऐरी रामपुरा गांव में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सबसे प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। विद्यालय में बाल विकास परियोजना के तहत मुख्यमंत्री ने अपने हाथ से बच्चों का अन्नप्राशन कराया। इसके बाद 282 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री मंच पर पहुंचे तो जिला प्रशासन द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से उत्कृष्ट कार्य के लिए चुनी गईं ग्राम पंचायतों का प्रजेंटेशन दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम पंचायत ऐरी रमपुरा के प्रधान ओंकार पाल, कुरेपुरा कनार ग्रांम पंचायत के प्रधान शिवदास गुप्त एवं जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी को सम्मानित किया। ग्राम पंचायतों व जिला पंचायत को पंचायती राज के सर्वश्रेष्ठ पं. दीन दयाल उपाध्याय पंचायती सशक्तिकरण पुरस्कार दिया गया है। अलग-अलग श्रेणी में पुरस्कार मिले हैं। सम्मान पत्र मिलने के बाद दोनों ग्राम पंचायतों के प्रधानों ने अपनी अपनी ग्राम पंचायत में किए गए विकास कार्यों की आख्या प्रस्तुत की। लगभग पौने दो घंटे के कार्यक्रम के बाद वह लखनऊ रवाना हो गए।