गाजा में युद्धविराम के लिए ट्रंप की शांति योजना पर हमास ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इजराइल ने गाजा सिटी पर हमले तेज कर दिए हैं जिससे 35 लोगों की जानें गई हैं। हमास के एक संगठन ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है। इजरायल के रक्षा मंत्री ने गाजा पट्टी की घेराबंदी बढ़ाने की बात कही है।
गाजा में युद्धविराम के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की प्रस्तावित शांति योजना पर तीसरे दिन भी हमास ने कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई। इस बीच बुधवार को इजरायल ने गाजा सिटी पर हमले तेज कर दिए। इसके परिणामस्वरूप गाजा पट्टी में कुल 35 लोग मारे गए हैं, इनमें ज्यादातर गाजा सिटी के हैं।
हमास के करीबी संगठन ने ट्रंप के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है। कहा कि यह प्रस्ताव आपदा की तरह है। इसे स्वीकार करना स्वतंत्र फलस्तीन की मांग को छोड़ देने जैसा है। लेकिन हमास ने कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। विदित हो कि ट्रंप ने हमास को शांति योजना को स्वीकार करने के लिए मंगलवार को तीन-चार दिन देने की बात कही थी।
गाजा पट्टी की घेराबंदी बढ़ाई जा रही है- काट्ज
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा है कि हमास को हराने के लिए गाजा पट्टी की घेराबंदी बढ़ाई जा रही है। गाजा सिटी के लोगों के लिए हमास के प्रभाव वाला क्षेत्र छोड़ने का यह आखिरी मौका है। इसके बाद इजरायली सेना पूरी शक्ति से अपनी कार्रवाई करेगी।
उल्लेखनीय है कि पिछले दो हफ्तों में करीब चार लाख लोगों ने गाजा सिटी को छोड़ा है लेकिन अभी भी इससे ज्यादा लोग शहर में मौजूद हैं, इनके बीच से हमास के लड़ाके इजरायली सेना पर हमले कर रहे हैं। गाजा सिटी के लोग इसलिए भी घर नहीं छोड़ रहे हैं कि उन्हें लग रहा है कि शहर छोड़कर जाने पर उनकी फिर वापसी नहीं हो पाएगी।
गाजा में तत्काल राहत सामग्री भेजने की आवश्यकता- UN
इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में तत्काल राहत सामग्री की बड़ी खेप भेजे जाने की आवश्यकता बताई है। क्योंकि गाजा सिटी में लड़ाई के चलते राहत सामग्री पहुंच नहीं पा रही है जिसके चलते वहां पर भुखमरी जैसे हालात हैं। लड़ाई के चलते वहां की बहुत कम खबरें बाहर आ रही हैं। जबकि इजरायल का कहना है कि शहर में खाद्य सामग्री की कोई कमी नहीं है। आमजनों के लिए पहुंच रही सामग्री को हमास छीनकर उसका भंडारण कर रहा है, इससे संकट की स्थिति है।
विदेशी हमले से कतर की सुरक्षा करेगा अमेरिका
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने कतर की सुरक्षा के लिए आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। इस आदेश में कहा गया है कि कतर की क्षेत्रीय संप्रभुता, उसके आधारभूत ढांचे, संसाधनों और संपत्ति पर होने वाले किसी भी बाहरी हमले से अमेरिकी सेना उसकी सुरक्षा करेगी। माना जा रहा है कि ट्रंप ने यह आदेश नौ सितंबर को दोहा में इजरायल के हवाई हमले के बाद पैदा स्थितियों के मद्देनजर दिया है।
सोमवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कतरी समकक्ष से हमले के लिए माफी मांगते समय कहा कि वह भविष्य में कतर पर हमला नहीं करेंगे। ट्रंप का आदेश बुधवार को सार्वजनिक हुआ है लेकिन उस पर हस्ताक्षर सोमवार को ही हो गए थे।
संभवत: ट्रंप ने यह हस्ताक्षर सोमवार को नेतन्याहू की कतरी प्रधानमंत्री से टेलीफोन वार्ता से पहले ही कर दिए थे। इसी के बाद संतुष्ट हुए कतर ने गाजा को लेकर ट्रंप की शांति योजना का समर्थन किया।