बिहार के पूर्णिया जिले में एक बेहद ही जघन्य अपराध सामने आया है। यहां रविवार की देर रात एक आठ वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ तीन नाबालिग लड़कों ने दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी। राज खुलने के डर से तीनों ने उसकी हत्या कर शव को फेंक दिया। तीनों नाबालिग 12 से 15 साल उम्र के बताए जा रहे हैं।
सोमवार की शाम मृतका के परिजनों ने हत्या व दुष्कर्म के दो आरोपियों को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने बच्ची के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
घटना के बार में बताया गया है कि लड़की टीवी देखने पड़ोस में जा रही थी तभी गांव के ही कुछ लड़कों ने लड़की को पकड़ लिया और बहला फुसलाकर उसे वहां से एकांत में ले गए जहां नाबालिग लड़कों ने उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। इस घटना के बार में किसी को पता ना चले, इसके लिए आरोपियों ने बच्ची की वहीं हत्या कर दी।
जब देर रात तक बच्ची घर नहीं पहुंची तो घरवाले बच्ची को ढूंढने लगे, लेकिन बच्ची का कहीं कोई सुराग नहीं मिला। सुबह होने पर ग्रामीणों ने स्थानीय चौक पर एक पान की दुकान के नीचे बच्ची का शव देखकर शोर मचाया। इसके बाद परिजन बच्ची को घर ले गए और शव को दफना दिया।
जब ग्रामीणों को घटना की सूचना मिली तो ग्रामीणों ने शक के आधार पर दो लड़कों को पकड़ा और उनसे सख्ती से पूछताछ की तो दोनों नाबालिग लड़कों ने गुनाह कबूल कर दिया। घटना में शामिल तीसरा साथी अभी फरार चल रहा है। इसके बाद परिजनों ने सोमवार को शाम पुलिस में मामला दर्ज करवाया और दोनों आरोपियों को पुलिस के हवाले कर दिया।
थानाध्यक्ष राजकिशोर शर्मा ने बताया कि सभी आरोपी नाबालिग हैं। ग्रामीणों ने दो नाबालिग को पकड़कर पुलिस के सौंपा है। दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। तीसरे आरोपी की तलाश के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। साथ ही दफनाए गए शव को निकलवाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद ही यह खुलासा हो पाएगा की बच्ची की हत्या किस तरह से हुई है। ग्रामीणों की माने तो ये लड़के गांव में नशा का सेवन करते थे और नशे की हालत में ही इन लोगों ने घटना को अंजाम दिया है