सुरजेवाला ने कहा कि आज से पहले वैक्सीन को प्रचार या स्टंट का माध्यम कभी नहीं बनाया गया। ये याद रखना चाहिए कि टीकाकरण एक जनसेवा है।
ये राजनीतिक या अवसरवादिता का मौका नहीं है। ये आपदा में अवसर नहीं हो सकता है। प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार को कुछ महत्वपूर्ण सवालों के जवाब देने होंगे जो देश के 135 करोड़ लोग जानना चाहते हैं।
जैसे- कोरोना का मुफ्त वैक्सीन किसे मिलेगा? कैसे मिलेगा और कहां मिलेगा? देश में कितने लोगों को मुफ्त वैक्सीन दी जाएगी? देशवासियों को निशुल्क कोरोना वैक्सीन कहां से मिलेगी?