मौजूदा समय में सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) अधिकांश लोगों के लिए पसंदीदा निवेश साधन है, इसके कई कारण हैं, मसलन ब्याज और मूलधन की गारंटी, उच्च ब्याज और टैक्स लाभ। दशकों से पीपीएफ का उपयोग लोग अपनी रिटायरमेंट, बच्चों की शिक्षा और बेटी के विवाह जैसे अन्य लक्ष्यों के लिए करते आ रहे हैं।
पीपीएफ पर दी जाने वाली ब्याज दर तुलनात्मक रूप से समान अवधि के अन्य निश्चित निवेश उत्पादों से ज्यादा है, और सबसे अच्छी बात PPF पर अर्जित ब्याज, वार्षिक निवेश और परिपक्वता राशि पर आयकर नहीं देना होता है। पीपीएफ खाता 15 वर्षों के लिए होता है।
आपके पीपीएफ खाते पर ब्याज दर की सालाना गणना की जाती है और वर्ष के अंत में इसे जमा किया जाता है। अन्य उत्पादों के उल्ट PFF में ब्याज गणना की प्रक्रिया अलग है। फिर भी पीपीएफ ब्याज को वार्षिक आधार पर दे दिया जाता है, इसकी गणना हर महीने के 5वीं तारीख और महीने के अंत में न्यूनतम शेष राशि के आधार पर की जाती है।
वित्तीय सलाहकारों का मानना है कि पीपीएफ एकाउंट में निवेश करने का सबसे सही वक्त महीने की 5 तारीख या इससे पहले के दिन हैं। इसका मतलब है कि आप हर महीने 5 तारीख को निवेश करते हैं तो आपको ज्यादा ब्याज का फायदा मिलेगा।
ऐसे खोलें पीपीएफ एकाउंट
किसी भी सरकारी या निजी बैंक में पीपीएफ एकाउंट खोला जा सकता है। 500 रुपए मासिक निवेश के साथ भी आप इसकी शुरुआत कर सकते हैं। पीपीएफ एकाउंट खोलने के लिए एक आईडी प्रूफ, एक एड्रेस प्रूफ और एक फोटो की जरूरत होगी। आईडी प्रूफ के तौर पर वोटर आईडी, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं।
आंशिक निकासी
पीपीएफ एकाउंट में 15 साल का लॉकइन पीरियड होता है। लेकिन 7 साल की अवधि पूरा होने के बाद आप अपने खाते में से कुछ रकम निकाल भी सकते हैं। यह रकम चौथे वित्त वर्ष के अंत में खाते में मौजूद रकम का 50 फीसद तक हो सकती है।
पैसा जमा करना जरूरी
किसी वित्त वर्ष में अपने पीपीएफ एकाउंट में पैसा नहीं जमा कर पाते हैं तो वह एकाउंट इनएक्टिव हो जाता है। इसे दोबारा चालू करने के लिए आपको अपने बैंक में एक लिखित आवेदन देना होगा और साथ ही 50 रुपए का शुल्क जमा कर 500 रुपए भी तुरंत जमा करने होंगे।