उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी के शक में भीड़ की हिंसा और कोतवाल के सुबोध कुमार सिंह की मौत के बाद अब राज्य में प्रशासन द्वारा गोकशी पर लगाम लगाने के लिए लोगों को शपथ दिलाई जा रही है. मेरठ में पुलिस-प्रशासन की तरफ से एक गांव में लोगों को शपथ दिलाई गई कि वे अपने गांव और उसके आसपास के इलाकों में गोकशी नहीं होने देंगे और ऐसा करने वालों का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा. खुद वरिष्ठ पुलिस अफसर गांववालों को यह शपथ दिलाता दिखा.
एएनआई द्वारा जारी एक वीडियो में मेरठ में एक पुलिस अधिकारी लोगों को शपथ दिला रहे हैं, जिसमें कहा गया है कि ‘आज के बाद गांव में और उसके आसपास गोकशी नहीं होने देंगे और जो गोकशी करेगा उसका सामाजिक बहिष्कार करेंगे. साथ ही उसे पुलिस के हवाले भी करेंगे. जय हिंद, जय भारत’.
दरअसल, बीते 3 दिसंबर को बुलंदशहर में गोकशी के शक में भीड़ ने हिंसा करते हुए चिंगरावठी चौराहे पर हंगामा करते हुए पथराव शुरू कर दिया था, साथ ही प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों को तोड़फोड़ कर उसे आगे हवाले कर दिया था. पुलिस ने भीड़ को नियंत्रण करने के लिए लाठीचार्ज भी किया था. भीड़ में मौजूद लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें कोतवाली प्रभारी (इंस्पेक्टर) सुबोध कुमार सिंह की गोली लगने से मौत हो गई थी. इस दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे. वहीं, एक अन्य युवक सुमित की भी इस घटना में मौत हो गई थी.
इसके बाद बुलंदशहर हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के परिजनों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात की थी. इस मौके पर दिवंगत अधिकारी की पत्नी सुनीता और दोनों बेटे श्रेय और अभिषेक मौजूद रहे. श्रेय एमबीए और अभिषेक इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुबोध सिंह के परिजनों से संवेदना जताते हुए हर संभव मदद करने के साथ ही न्याय का भरोसा दिलाया था. मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को सभी प्रकार की सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया और इसके साथ ही कहा कि उनकी सरकार न केवल शिक्षा ऋण की जिम्मेदारी उठाएगी बल्कि परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी देगी.
इस हिंसा मामले में प्रदेश सरकार ने बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कृष्णा बहादुर सिंह का तबादला कर दिया था और उन्हें पुलिस महानिदेशक के कार्यालय से संलग्न कर दिया. मंडल अधिकारी (सीओ) सत्य प्रकाश शर्मा और चिंगरावठी पुलिस चौकी के प्रभारी सुरेश कुमार को भी घटना को सही समय पर काबू में करने में नाकाम रहने पर स्थानांतरित कर दिया गया था. यह निर्णय अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक एसबी शिराडकर द्वारा प्रस्तुत एक रिपोर्ट के आधार पर लिया गया.
इस मामले में दरोगा सुबोध कुमार सिंह की हत्या मामले में फौजी जितेंद्र उर्फ जीतू फौजी को गिरफ्तार किया गया है.