जीएसटी लागू होने को लेकर सभी संदेहों को दूर करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि सरकार जुलाई से जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) को लागू करने की तैयारियों में जुटी है। इसलिए उद्योगों को इसके लिए अपनी तैयारियां कर लेनी चाहिए और अब इसकी तिथि में कोई बदलाव नहीं होगा।
उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, “जीएसटी से जुड़े सभी फैसले सर्वसम्मति से लिए गए हैं और अब तक हमने सर्वसम्मति बनाए रखने में सफलता प्राप्त की है। परिषद की श्रीनगर में हुई बैठक में लगभग सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों ने इसे लागू करने की 1 जुलाई की तिथि पर सहमति जताई है। हम इसे 1 जुलाई से लागू करने की तैयारियों में जुटे हैं।”
वे पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा की उस टिप्पणी के बारे में पूछे गए प्रश्न का जबाव दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें 1 जुलाई से जीएसटी के लागू होने में गंभीर संदेह है। उन्होंने कहा, “हम ऐसे दौर से गुजर रहे हैं, जहां सरकार उद्योग से आगे चल रही है। इसलिए उद्योग से यह उम्मीद है कि वे इसे लागू करने की तैयारी करेंगे। क्योंकि इसे लागू करने की तिथि स्पष्ट है।”
मुख्य आर्थिक सलाहकर अरविंद सुब्रमण्यम भी इस संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित थे। उन्होंने कहा, “जीएसटी लागू होने से कराधान में कमी आएगी। इससे जहां कीमतें घटेगी, वहीं, उपभोग में भी वृद्धि होगी। इसमें क्रियान्वयन संबंधी कुछ शुरुआती चुनौतियां हो सकती हैं, लेकिन कर कटौती से मुद्रास्फीति घटेगी और उपभोग बढ़ेगा।”