आज शनिवार का दिन हैं जो कि शनिदेव को समर्पित होता हैं। शनिदेव को कर्मफल दाता कहा जाता हैं अर्थात आपने जैसे कर्म किए है उसके अनुसार शनिदेव आपको फल प्रदान करते हैं।आपसे हुई कुछ गलतियों की सजा भी शनिदेव द्वारा ही दी जाती हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि शनिदेव से अपने कर्मों की माफ़ी मांगी जाए और उनसे सभी कष्टों के निवारण की प्रार्थना की जाए। इसलिए आज हम आपके लिए शनिदेव के कुछ मंत्र लेकर आए हैं जो आपकी सभी परेशनियां दूर करेंगे। तो आइये जानते हैं इन मन्त्रों के बारे में।
ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शन्योरभिस्त्रवन्तु न:।
ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:
ॐ ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम:।
कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:।
सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:।।
– ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: