गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों को ट्रैक्टर रैली निकालने की इजाजत मिल गई है. ये परेड कृषि कानून के विरोध में जारी किसान आंदोलन का ही हिस्सा है. दिल्ली पुलिस ने सशर्त इसको इजाजत दी है, लेकिन किसान संगठन उस रूट से खुश नहीं हैं जो पुलिस ने दिया है.
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सुखविंदर सिंह सभरा का कहना है कि जिस तरह से हमें ट्रैक्टर रैली की परमिशन दी गई है, वो सही नहीं है. हम पुरानी रिंग रोड से जाना चाहते थे, लेकिन हमें शर्तों के साथ कुछ ही हिस्से में जाने की इजाजत दी है वो भी जो हरियाणा के अंदर आता है.
आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस ने बीते दिन ही गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों को ट्रैक्टर रैली निकालने की इजाजत दी है. हालांकि, किसानों की एंट्री, एग्जिट और कहां तक ट्रैक्टर ला सकते हैं इसका रूट पहले से ही तय कर दिया गया है.
दिल्ली पुलिस ने किसानों को कुल तीन रूट की मंजूरी दी है…
• सिंघु बॉर्डर से केएमपी एक्सप्रेसवे
• टिकरी बॉर्डर से वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे
• गाजीपुर बॉर्डर से करनाल जीटी एक्सप्रेसवे
इससे पहले किसान संगठनों द्वारा इजाजत मांगी गई थी कि वे रिंग रोड पर अपनी ट्रैक्टर रैली निकालना चाहते हैं, साथ ही लालकिले तक जाना चाहते हैं. हालांकि, तमाम बैठकों के बाद भी दिल्ली पुलिस की ओर से इसकी इजाजत नहीं दी गई.
बीते कई दिनों से हजारों की संख्या में ट्रैक्टर देश के अलग-अलग हिस्सों से किसान आंदोलन से जुड़ रहे हैं. दिल्ली से सटी सीमाओं पर जहां भी किसान इकट्ठा हैं, वहां ट्रैक्टरों का जमावड़ा है.