धनतेरस 2018 (Dhanteras 2018) मां लक्ष्मी और कुबेर देव को प्रसन्न करने का दिन है. धनतेरस के दिन खरीदारी ज्यादा फलदायी मानी गई है इसीलिए हर कोई इस दिन कुछ ना कुछ जरूर खरीदता है. धनतेरस कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को मनाया जाता है. माना जाता है इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान,अमृत का कलश लेकर धन्वन्तरी, जो कि देवताओं के वैद्य हैं, प्रकट हुए थे. स्वास्थ्य रक्षा और आरोग्य के लिए इस दिन धन्वन्तरि देव की उपासना की जाती है. इस दिन को कुबेर का दिन भी माना जाता है और धन सम्पन्नता के लिए कुबेर की पूजा की जाती है.
इस दिन लोग मूल्यवान धातु जैसे नए बर्तनों और आभूषणों का क्रय करते हैं. उन्हीं बर्तनों तथा मूर्तियों आदि से दीपावली की मुख्य पूजा की जाती है. इस बार धनतेरस की पूजा 5 नवंबर यानी सोमवार के दिन की जाएगी. आइए जानें धनतेरस पर खरीदारी और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है….
धनतेरस पर खरीदारी का मुहूर्त क्या होगा?
– धनतेरस पर खरीदारी के दो मुहूर्त विशेष शुभ होंगे
– दोपहर 01.11 से 02.43 तक – कुम्भ लग्न
– सायं 05.49 से 07.46 तक – वृष लग्न
– प्रातः 07.30 से 09.00 तक खरीदारी न करें.
धनतेरस के दिन किस प्रकार पूजा उपासना करें?
– संध्याकाल में उत्तर की ओर कुबेर तथा धन्वन्तरि की स्थापना करें.
– दोनों के सामने एक एक मुख का घी का दीपक जलाएं.
– कुबेर को सफ़ेद मिठाई और धन्वन्तरि को पीली मिठाई चढ़ाएं.
– पहले “ॐ ह्रीं कुबेराय नमः” का जाप करें.
– फिर “धन्वन्तरि स्तोत्र” का पाठ करें.
– प्रसाद ग्रहण करें.
– पूजा के बाद दीपावली पर कुबेर को धन स्थान पर और धन्वन्तरि को पूजा स्थान पर स्थापित करें.
धनतेरस के दिन क्या जरूर खरीदें?
– धातु का बर्तन, अगर पानी का बर्तन हो तो ज्यादा अच्छा होगा.
– गणेश लक्ष्मी की मूर्तियां दोनों अलग-अलग होनी चाहिए.
– खील बताशे और मिट्टी के दीपक, एक बड़ा दीपक भी जरूर खरीदें.
– चाहें तो अंकों का बना हुआ धन का कोई यन्त्र भी खरीदें.
धनतेरस के दिन क्या करें और किन ख़ास बातों का ख्याल रखें?
– सारी सफाई के कार्यक्रम धनतेरस के पूर्व निपटा लें, धनतेरस के दिन तक सफाई जारी न रखें.
– इस दिन केवल कुबेर की पूजा न करें. धन्वन्तरी देवता की उपासना भी जरूर करें.
– अगर इस दिन धातुओं का क्रय करना है तो सोना, पीतल चांदी या स्टील खरीदना चाहिए.
– दीपावली के लिए गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां और अन्य पूजन सामग्री भी इसी दिन क्रय करें.
– धनतेरस के दिन लोहा खरीदने से बचना चाहिए.
– इस दिन थोड़ा बहुत दान भी जरूर करें और यह दान निर्धनों में करें तो ज्यादा अच्छा होगा.