आप सभी को बता दें इस बार छठ महापर्व के चार दिवसीय अनुष्ठान में ग्रह-गोचरों का शुभ संयोग बन रहा है और रविवार यानी आज नहाय-खाय पर सिद्धि योग बन रहा है. हाल ही में ज्योतिषों के अनुसार आज यानी रविवार को नहाय-खाय होने से सूर्य पूजन का महत्व सौ गुणा बढ़ गया है और इसी के साथ मंगलवार 13 नवंबर को सायंकालीन अर्घ्य पर अमृत योग व सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग है जबकि प्रात:कालीन अर्घ्य पर बुधवार की सुबह छत्र योग का संयोग बन रहा है. वहीं बताया जा रहा है कि नहाय-खाय को लेकर रविवार यानी आज गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है और गंगा घाटों पर सुबह से ही छठव्रती और इनके परिजन पहुंच सकते हैं.
इसी के साथ घाटों पर स्नान से पहले व्रती दातुन कर रहे हैं और घाटों पर व्रती प्रसाद बनाने के लिए गेहूं भी सुखा रहे हैं. इसी के साथ ही प्रसाद बनाने के लिए बर्तन धोए जा रहे हैं और गंगाजल भरकर घर उनमे ही लेकर आएँगे. वहीं नहाय-खाय पर रविवार को छठ व्रती गंगा स्नान के साथ अरबा चावल,चने की दाल व कद्दू की सब्जी ग्रहण कर रहे हैं और आप सभी जानते ही होंगे कि नहाए-खाय के दिन खासतौर पर कद्दू की सब्जी बनायी जाती व व्रती इसे ग्रहण करते हैं.
ऐसे में कहते हैं कद्दू में पर्याप्त मात्रा में जल रहता है और लगभग 96 फीसदी पानी होता है. कहा जाता है इसे ग्रहण करने से कई तरह की बीमारियां खत्म होती हैं और वहीं चने की दाल भी ग्रहण की जाती है क्योंकि ऐसी मान्यता है कि चने की दाल बाकी दालों में सबसे अधिक शुद्ध है.