सेक्स एक्सपर्ट की मानें तो सर्दियों के मौसम में पुरुषों का प्राइवेट पार्ट यानी पेनिस सिकुड़ जाता है, इरेक्शन में कमी आ जाती है और ऑर्गैज्म तक पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। सेक्स ऐंड रिलेशनशिप एक्सपर्ट ऐनाबेला नाइट कहती हैं, ‘ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सर्दियों के मौसम में जब तापमान बहुत ज्यादा कम हो जाता है तो ऐसे में पेनिस तक आने वाले ब्लड वेसल्स यानी रक्त धमनियां जमने लगती हैं।’
क्या आपने विंटर वजाइना के बारे में सुना है? अगर नहीं तो हम आपको बता दें कि सर्दी के मौसम में जब बहुत ज्यादा ठंड पड़ती है उस दौरान महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में अक्सर लुब्रिकेशन की कमी हो जाती है ‘सूखा’ पड़ जाता है। अब एक और थिअरी सामने आई है जिसमें यह बताया जा रहा है कि किस तरह हमारे प्राइवेट पार्ट पर बदलते मौसम का अलग-अलग प्रभाव पड़ता है और थिअरी के मुताबिक पुरुषों के प्राइवेट के लिए बुरी खबर है…
ऐनाबेला कहती हैं, जब मौसम बहुत ज्यादा ठंडा हो जाता है तो पुरुषों के पेनिस की लंबाई करीब 50 प्रतिशत तक कम हो जाती है जबकि मोटाई में 20 से 30 प्रतिशत की कमी आ जाती है। ऐनाबेला आगे कहती हैं कि ठंडे मौसम में हमारा शरीर प्राइवेट पार्ट के लिए अवेलेबल हीट और एनर्जी को शरीर के मध्य भाग में मौजूद जरूरी अंगों तक पहुंचाता है। इस दौरान टेस्टिकल्स भी सिकुड़ कर शरीर से सट जाते हैं ताकि वह गर्म रह सके।
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चेंजिंग सीजन में प्राइवेट पार्ट के सिर्फ साइज पर ही असर नहीं पड़ता बल्कि ऐनाबेला कहती हैं कि ठंडे मौसम में पेनिस की संवेदनशीलता भी बहुत ज्यादा कम हो जाती है। ऐसे में उसे छूने पर भी उत्तेजना महसूस नहीं होती। इन्हीं सब वजहों से सर्दियों के मौसम में पुरुषों को ऑर्गैज्म हासिल करने में अधिक समय लगता है। सिर्फ इसलिए नहीं कि उन्हें शारीरिक रूप से ठंड लग रही होती है बल्कि इसलिए भी क्योंकि ठंड लगने की वजह से उनका ऑर्गन भी सही तरीके से काम नहीं कर रहा होता।