केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उनका निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने ट्वीट किया, सरकार व संगठन में विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने (जसवंत सिंह) अपनी कर्तव्यनिष्ठा से एक गहरी छाप छोड़ी। मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी जसवंत सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह ने निष्ठापूर्वक भारत की सेवा की। राजनाथ सिंह ने लिखा, ‘जसवंत सिंह जी को उनकी बौद्धिक क्षमताओं और देश सेवा में बेजोड़ योगदान के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने राजस्थान में भाजपा को मजबूती प्रदान करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि जसवंत सिंह के निधन का समाचार दुखद है। उन्होंने कहा, सरकार में विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने जन-जन के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करने में अपना प्रत्येक क्षण समर्पित कर दिया। जसवंत सिंह जी का जाना संगठन, समाज तथा देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके परिवार के प्रति मेरी अपार संवेदनाएं।
बता दें कि जसवंत सिंह ने दिल्ली में सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी माने जाते थे।
सैन्य अस्पताल ने एक बयान जारी कर कहा, बड़े दुख के साथ सूचित किया जा रहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का आज सुबह 6.55 बजे निधन हो गया। उन्हें 25 जून को भर्ती कराया गया था। आज सुबह दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हुआ।
बयान में कहा गया कि विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने उन्हें बचाने का भरपूर प्रयास किया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक उनका अंतिम संस्कार आज ही राजस्थान के जोधपुर में होगा।
पूर्व सैन्य अधिकारी सिंह अगस्त 2014 में अपने घर में गिरने के बाद से बीमार थे। उन्हें सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद से उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस साल जून में उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में सिंह को जब भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में राजस्थान के बाड़मेर से मैदान में उतरे थे। हालांकि उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। जसवंत सिंह ने पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग संसदीय क्षेत्र का भी लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया।