रोडवेज विभाग द्वारा जल संरक्षण मुहिम के तहत सोनीपत बस अड्डे परिसर में वाटर ट्रीटमैंट प्लांट स्थापित किया गया था, जोकि पूरी तरह से सफल साबित हुआ है। ऐसे में अब रोडवेज विभाग ने सोनीपत बस अड्डे की तर्ज पर ही गोहाना बस अड्डे पर वाटर ट्रीटमैंट प्लांट लगाने का फैसला किया है। इसके लिए सभी प्रकार की कागजी कार्रवाई अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
दरअसल सोनीपत बस अड्डे परिसर में वर्कशॉप में हर रोज बसों को पानी से साफ किया जाता है। वाटर ट्रीटमैंट प्लांट लगने से पहले रोडवेज विभाग को बसों की सफाई के दौरान निकलने वाले दूषित पानी को ड्रेन नम्बर 6 में डालना पड़ता था। इस पानी में तेल जैसे कई हानिकारक तत्व भी मिले होते थे। वहीं भी अधिक व्यर्थ होता था।
लेकिन जल संरक्षण मुहिम के तहत रोडवेज विभाग ने वर्कशॉप में वाटर ट्रीटमैंट प्लांट स्थापित किया। जिसके चलते पानी को बार-बार ट्रीट करके उससे बसों की अच्छे से सफाई अब की जा रही है। यह प्रोजैक्ट पूरी तरह से सफल साबित हुआ है। अब ड्रेन नम्बर 6 में पानी डालने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती। ऐसे में रोडवेज विभाग ने गोहाना बस डिपो में भी ऐसा ही ट्रीटमैंट प्लांट लगाने की तैयारी शुरू कर दी है।
80 के.एल.डी. का लगा है सोनीपत में ट्रीटमैंट प्लांट
सोनीपत बस अड्डे पर रोडवेज विभाग द्वारा 80 के.एल.डी. क्षमता का ट्रीटमैंट प्लांट लगाया गया है। सोनीपत बस डिपो में करीब 120 बसें है। प्रत्येक बस को प्रत्येक दिन सड़क पर उतारने से पहले अच्छे से पानी से साफ किया जाता है, ताकि यात्रियों को सफर के दौरान गंदगी का सामना न करना पड़े। 80 के.एल.डी. क्षमता वाला ट्रीटमैंट प्लांट पूरी तरह से कारगर साबित हुआ है।