शाहजहांपुर। स्कूल की गहरी दोस्ती का आखिरी अंजाम कत्ल में होगा, यह सुखजीत सिंह को मालूम नहीं था। जब लंदन से अपने गांव लौटे सुखजीत सिंह के कत्ल का पर्दाफाश हुआ तो रिश्तों में हुए धोखों का ऐसा राज खुला जिसे जानकर पुलिस भी चौंक गई।
कातिल खुद सुखजीत का दुबई से आया गहरा दोस्त मिट्ठू सिंह निकला जिसके साथ वह पिछले दिनों देश में घूम रहे थे। पुलिस को यह जानकर और भी हैरानी हुई कि कत्ल की रात मिट्ठू सिंह को घर के अंदर दाखिल करने के लिए सुखजीत सिंह की बीवी रमनदीप ने दरवाजा खोला था।
कत्ल से दहल गया था बसंतपुर
शुक्रवार को शाहजहांपुर इलाके का बसंतपुर गांव विदेश से आए अपने लाल के कत्ल से दहल गया था। लंदन से अपनी बीवी रमनदीप और दो बच्चों के साथ मां को देखने अपने गांव लौटे सुखजीत सिंह का गुरुवार की रात में कत्ल कर दिया गया। सुखजीत की खून से लथपथ लाश शुक्रवार की सुबह बरामदे की चारपाई पर मिली। घर का मुख्य दरवाजा बंद था। पुलिस को शक हुआ कि इस कत्ल में किसी नजदीकी रिश्तेदार का हाथ है जिसने कातिल को अंदर दाखिल करने के लिए दरवाजा खोला। पुलिस का शक सही निकला। कातिल के लिए दरवाजा खोलने वाली सुखजीत सिंह की बीवी थी और कातिल कोई और नहीं उसके बचपन का गहरा दोस्त था जिसे पुलिस ने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दुबई की फ्लाइट पकड़ने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया।
बचपन से थी सुखजीत और मिट्ठू की दोस्ती
बसंतपुर के सुखजीत सिंह और वहां से चार किलोमीटर दूर गांव जैनपुर के मिट्ठू सिंह बचपन में जालंधर के एक स्कूल में साथ पढ़े थे। दोनों बाद में विदेश चले गए। सुखजीत सिंह लंदन में जा बसे और वहीं रमनदीप से शादी करके घर बसा लिया। मिट्ठू सिंह भी दुबई में जाकर बस गए। मिट्ठू सिंह की शादी नहीं हुई थी। वह अपने दोस्त सुखजीत सिंह की खूबसूरत बीवी पर फिदा हो गए और दोनों एक दूसरे से चैट करने लगे। रमनदीप भी मिट्ठू से प्यार करने लगी और उसके बाद दोनों ने मिलकर सुखजीत सिंह के कत्ल की साजिश रची।
भारत आने से पहले ही बनाया था कत्ल का प्लान
दोनों दोस्त लंदन और दुबई एक दूसरे पास आया जाया करते थे। इसी दौरान मिट्ठू और रमनदीप का प्यार और परवान चढ़ा। जुलाई में जब सुखजीत सिंह ने भारत आने की योजना बनाई तो उधर उनकी बीवी रमनदीप दुबई में बैठे मिट्ठू के साथ मिलकर उसके कत्ल की साजिश रच रही थी। दोनों का प्लान यह था कि भारत में कत्ल करने के बाद दोनों अलग अलग इंग्लैंड और दुबई चले जाएंगे और मामला शांत होने के बाद शादी कर लेगें।
सुखजीत के कत्ल का पहला प्लान हुआ फेल
जुलाई में जब सुखजीत, बीवी और बच्चों के साथ भारत आए तो पीछे पीछे दुबई से मिट्ठू भी आ गया। देश में घूमने के दौरान मिट्ठू मौके की तलाश में उनके साथ रहा। 22 अगस्त को सुखजीत को रास्ते से हटाने का पहला प्लान फेल हो गया। मिट्ठू ने सुखजीत को मारने के लिए सुपारी दी। प्लान के मुताबिक रमनदीप ने सुखजीत से शाहजहांपुर चलने को कहा और रास्ते में उस पर हमला हुआ लेकिन उसके पास एयर पिस्टल होने की वजह से हत्यारे भाग गए।
सुखजीत के कत्ल का बना दूसरा प्लान
इस बार मिट्ठू सिंह यह कहकर अपने घर से चला कि वह दुबई जा रहा है लेकिन वह वहां न जाकर एयरपोर्ट से सीधे बसंतापुर चला आया। फिर गुरुवार की रात वह सुखजीत सिंह के घर पहुंचा। रमनदीप ने दरवाजा खोला और मिट्ठू, सुखजीत का कत्ल करके भाग गया। वह दिल्ली एयरपोर्ट पर दुबई की फ्लाइट पकड़ने ही वाला था कि पुलिस ने उसे धर दबोचा।
कत्ल के पर्दाफाश में सुखजीत के डीएसपी चाचा ने निभाई बड़ी भूमिका
सुखजीत सिंह की मर्डर मिस्ट्री इतनी जल्दी सुलझाने में पंजाब के सुल्तानपुर लोधी में तैनात उसके डीएसपी चाचा प्यारा सिंह ने बड़ी भूमिका निभाई। जब उनको सुखजीत के कत्ल की खबर मिली तो खुद बसंतापुर आकर अपने स्तर पर उन्होंने छानबीन शुरू की। उनको पता चला कि सुखजीत की पत्नी रमनदीप का व्यवहार संदेहजनक है। फिर उनको सुखजीत के गहरे दोस्त मिट्ठू सिंह के बारे में पता चला जिसका घर महज चार किलोमीटर की दूरी पर था।
ऐसे हुआ कत्ल का पर्दाफाश
पुलिस पहले मिट्ठू सिंह के घर पहुंची। वहां उसके पिता से पता चला कि वह दुबई जाने के लिए निकला तो था लेकिन वहां नहीं पहुंचा। इसके बाद मिट्ठू सिंह पर शक और गहराया। पुलिस ने जब मिट्ठू सिंह की कॉल डिटेल्स निकाली तो मामले का पर्दाफाश हो गया। एक सितंबर यानि कत्ल की रात 10 बजे और 1.30 बजे मिट्ठू सिंह की रमनदीप से बात हुई थी। पुलिस ने इधर रमनदीप को गिरफ्तार किया और उधर देश छोड़कर भागने के फिराक में लगे मिट्ठू को दिल्ली एयरपोर्ट पर एरेस्ट कर लिया।