भाजपा सांसद हरीश द्विवेदी ने बसपा प्रमुख मायावती द्वारा गठबंधन से अलग होने की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह अवसरवादी ठगबंधन था। इस गठबंधन की न कोई ²ष्टि थी न सोच। न ही जनहित से सरोकार था। सांसद ने बसपा प्रमुख द्वारा जाति विशेष पर वोट न देने के आरोप की ¨नदा करते हुए कहा कि जनता ने सपा-बसपा की जातीय राजनीति को नकार दिया है।