कभी न रुकने वाली देश की आर्थिक राजधानी भारी बारिश के कारण बेहस हो गई है। मुंबई के कई हिस्सों में जल जमाव के कारण बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। 2005 के बाद पहली बार मुंबई में 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश हुई। आज भी कई इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। दोपहर 12.35 बजे हाई टाइड के दौरान 4 मीटर से ज्यादा ऊंची लहरे उठने की संभावना जताई गई है।

मुंबई में बारिश से 21 की मौत-
भारी बारिश से प्रभावीत लोगों को निकालने के लिए नौसेना ने मोर्चा संभाला हुआ है। अकेले मुंबई में बारिश की वजह से 21 लोगों की मौत हो गई है, जबकि पूरे महाराष्ट्र में कुल 35 लोग भारी बारिश का शिकार बन चुके हैं। लगातार हो रही वर्षा के कारण रेल, हवाई सेवा एवं सड़क परिवहन पर पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है। कई ट्रेनों और उड़ानों को रद कर दिया गया।

रत्नागिरी में टूटा तिवरे डैम-
भारी बारिश से रत्नागिरी में तिवरे डैम टूट गया जिससे नजदीक बसे करीब सात गांवों में बाढ़ आ गई है। हादसे में 23 लोग लापता बताए जाते हैं। अब तक 6 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। बताया जाता है कि भारी बारिश के चलते बांध में जलस्तर बहुत बढ़ गया था, जिसकी वजह से यह बांध देर रात अचानक टूट गया।

2005 के बाद सबसे अधिक बारिश-
सोमवार-मंगलवार की मध्यरात्रि मुंबईवासियों ने तीन घंटे में ही करीब 400 मिलीमीटर बरसात का सामना किया। यदि 26 जुलाई, 2005 की बाढ़ का दिन छोड़ दिया जाय तो 1974 के बाद यह दूसरा मौका है, जब कुछ ही घंटों के भीतर मुंबई में इतनी अधिक बरसात हुई है। मंगलवार दोपहर तक 48 घंटों के दौरान मुंबई में 550 मिलीमीटर बरसात हुई है।

नौसेना की टीमें तैनात-
भारतीय नौसेना ने बीएमसी के एक अनुरोध के बाद कुर्ला में बारिश से प्रभावित और फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए कई टीमों को तैनात किया। एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, नौसेना की टीमों के साथ-साथ स्थानीय स्वयंसेवकों की मदद से लगभग 1000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है।

मातोश्री के बाहर जलजमाव- 
मुंबई में हुई बारिश शिवसेना के लिए शर्मिदगी का कारण बन गई है। मुंबई महानगरपालिका की सत्ता पर काबिज पार्टी के प्रमुख उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर जलजमाव हो गया है। उपनगरीय बांद्रा में कलानगर कॉलोनी में स्थित शिवसेना प्रमुख के आवास के बाहर घुटनों तक पानी भर गया है।