ईवीएम पर गड़बड़ी को लेकर गंभीर हुए चुनाव आयोग ने कड़ा रुख अपनाया है। चुनाव आयोग ने ईवीएम का विरोध करने वालों को खुला चैलेंज दिया है। चुनाव आयोग ने सभी पार्टियों से कहा है कि वह रविवार को आकर बताएं कि कोई ईवीएम कैसे हैक हो सकती है। आयोग विरोध करने वालों को रविवार को बुलाया है और कहा कि वे आकर गड़बड़ी साबित करें।
Delhi: Election Commission holds an all-party meeting regarding EVM issue & other Electoral Reforms. pic.twitter.com/Dxn3oCy2VN
— ANI (@ANI_news) May 12, 2017
बताया जा रहा है कि बैठक में चुनाव आयोग राजनीतिक दलों को ‘ईवीएम चैलेंज’ की तारीख बताएगा। साथ ही एक डेमो के जरिए बताएगा कि उनको ‘ईवीएम चैलेंज’ में किस तरह से वोटिंग मशीन में छेड़छाड़ को साबित करना है। राजनीतिक दलों को दो से तीन स्तर में छेड़छाड़ साबित करनी होगी। इसके अलावा निर्वाचन आयोग चुनाव में धन के इस्तेमाल को संज्ञेय अपराध की श्रेणी में लाने और आरोप तय होने पर अयोग्य ठहराने जैसे मुद्दे पर राजनीतिक दलों के साथ बात करेगा। यही नहीं, चुनाव आयोग राजनीतिक दलों के चंदे को पारदर्शी बनाने को लेकर भी राजनीतिक दलों से बात करेगा। अभी आम आदमी पार्टी के विदेशी फंडिंग को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
चुनाव आयोग ने सात राष्ट्रीय राजनीतिक दलों और 48 क्षेत्रीय दलों को बैठक में बुलाया है। साथ ही चुनाव आयोग ने ईवीएम और ईवीएम से निकलने वाली पर्ची वीवीपीएटी को लेकर राजनीतिक दलों के पास बैठक से संबंधित एजेंडा भेजा है। साथ ही वीवीपीएटी की पुन: गणना से संबंधित नियमों के बारे में चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को एजेंडा दस्तावेज भेजे है। आयोग ने सात मई से पहले राजनीतिक दलों से लिखित राय मांगी थी।