चीन के उत्तरी प्रांत में मौजूद विशाल चट्टानों में वैज्ञानिकों को एक अरब वर्ष पुराने शैवाल का पता चला है। इसे धरती पर मिलने वाली अब तक की सबसे पुरानी वनस्पति के रूप में माना जा रहा है। करीब एक अरब साल पहले समुद्र तल इन शैवालों से ढका हुआ होने के कारण इसे पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति के एकदम शुरुआती समय का बताया जा रहा है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि इस पौधे का नाम प्रोटेरोक्लैडस एंटीकस है जिसका आकार चावल के दाने के बराबर है और इसमें कई शाखाएं हैं। यह छिछले पानी में था जो समुद्र की सतह से जड़ जैसी एक संरचना के सहारे जुड़ा हुआ था। छोटा होने के बावजूद वैज्ञानिकों ने इसके हरे शैवाल होने की पुष्टि की जो अपने समय में बड़ा जीव रहा होगा और समुद्र में बैक्टीरिया व दूसरे सूक्ष्म जीवों के साथ रहता होगा।
नेचर इकोलॉजी एंड इवोल्यूशन नामक जर्नल में छपी इस रिपोर्ट के लेखक क्विंग टांग ने कहा है कि यह शैवाल सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा लेकर उसे रासायनिक ऑक्सीजन में बदलता होगा। उन्होंने बताया कि इस प्रजाति के वर्तमान में जितने भी हरे पौधे धरती पर मौजूद हैं यह उन सबका पूर्वज है।
धरती पर हुआ था बड़ा बदलाव
वैज्ञानिकों ने बताया कि पृथ्वी पर दो अरब साल पहले एक बड़ा परिवर्तन हुआ था। सरल बैक्टीरिया जैसी कोशिकाओं से यूकैरयोट का जन्म हुआ जिनका विस्तार आगे चलकर कवक, पौधे और जीवों के जन्म में हुआ। शुरुआती पौधे एककोशीय जीव थे। प्रोटेरोक्लैडस जैसे बहुकोशीय पौधों तक पहुंचने का क्रम विकास की एक कड़ी है जिसने भारी संख्या में पौधों को जन्म दिया और पूरी धरती को अपना घर बनाया।