चीन अंतरिक्ष में सुपर पॉवर बनना चाहता है इसी दिशा में अंतरिक्ष में वो नए उपग्रह भेजता रहता है। रविवार को चीन ने अंतरिक्ष में दो नए सेटेलाइट भेजे हैं। चीन की ओर से उत्तर पश्चिम चीन के जियुकान सेटेलाइट लॉच सेंटर से इसे भेजा गया है।
चीन की ओर से जो दो उपग्रह भेजे गए हैं उनमें अंतर्राष्ट्रीय सहकारी वाणिज्यिक परियोजनाएं शामिल हैं। चीनी विज्ञान अकादमी की ओर से नई अकादमी की ओर से इसे डेवलप किया गया है। इसे चीनी विज्ञान अकादमी के माइक्रोसैटेलाइट्स के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। वे मुख्य रूप से का-बैंड संचार प्रौद्योगिकी परीक्षण के लिए उपयोग किए जाते हैं। फिलहाल इसे एक जर्मन कंपनी इस्तेमाल करेगी।
KZ-1A उच्च विश्वसनीयता और कम तैयारी की अवधि के साथ कम लागत वाला ठोस ईंधन वाहक रॉकेट है। चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड इंडस्ट्री कॉरपोरेशन के तहत एक कंपनी द्वारा विकसित किए गए रॉकेट का इस्तेमाल मुख्य रूप से कम-ऑर्बिट माइक्रोसेटलाइट्स लॉन्च करने के लिए किया जाता है।