बीते एक दशक में चीन की औद्योगिक बढ़त ने वैश्विक प्रौद्योगिकी और विनिर्माण का पूरा परिदृश्य बदल दिया है। यूएस-चीन आर्थिक और सुरक्षा समीक्षा आयोग के एक नई रिपोर्ट में चीन की इस रणनीति को इंटरलॉकिंग इनोवेशन फ्लाईव्हील्स का नाम दिया गया है यानी एक क्षेत्र की प्रगति एक साथ कई हाई-टेक सेक्टर में कामयाबी दिलाती है। अमेरिकी कांग्रेस को सौंपी गई यह रिपोर्ट चेताती है कि चीन की यह रणनीति वैश्विक प्रौद्योगिकी संतुलन को बिगाड़ सकती है।
यदि अमेरिका और अन्य देश समन्वित तरीके से चीन का जवाब नहीं देते, तो वे चीन से पीछे छूट सकते हैं, खासकर रोबोटिक्स, क्वांटम तकनीक, बायोटेक्नोलॉजी और उन्नत विनिर्माण में। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने 2015 के बाद से उद्योग, विज्ञान और नवाचार से जुड़े राष्ट्रीय कार्यक्रमों का विस्फोटक विस्तार किया है। बड़े पैमाने पर सरकारी फंडिंग, लंबी योजना और राष्ट्रीय स्तर पर समन्वय ने चीन की उन्नत तकनीक बनाने और बाजार में उतारने की क्षमता तेजी से बढ़ाई है। रिपोर्ट बताती है कि रणनीतिक योजना, बड़े निवेश और लचीले क्रियान्वयन ने चीन को अपने पुराने औद्योगिक नीतिगत नाकामियों से पार पाने में मदद की।
चीन रोबोटिक क्रांति का गढ़
चीन ने फैक्ट्रियों में इस्तेमाल होने वाले इंडस्ट्रियल रोबोट्स की संख्या बहुत तेज से बढ़ाई है। 2015 में चीन में 10,000 कर्मचारियों पर सिर्फ 19 रोबोट थे। 2023 तक यह बढ़कर 10,000 कर्मचारियों पर 470 रोबोट हो गया, जो दुनिया में तीसरा सबसे अधिक है। रोबोट्स की इस तेज बढ़ोतरी की वजह से चीन की विनिर्माण बहुत अधिक कुशल और तेज हो गया है।
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