कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को आरोप लगाया कि असहमति की आवाज दबाने की सरकार की नीति ‘कायरता’ के स्तर पर पहुंच गई है. उन्होंने साथ ही मांग की कि भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को उपचार के लिए एम्स भेजा जाए.
उल्लेखनीय है कि आजाद को संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किया गया था और वह तिहाड़ जेल में हैं.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्वीट में कहा कि असहमति की हर आवाज और विरोध को दबाने की सरकार की नीति कायरता के स्तर पर पहुंच गई है. उनके कार्यो में बुनियादी मानवता का अभाव शर्मनाक है.
उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर को जेल में रखने का कोई आधार नहीं है, उन्हें तत्काल उपचार के लिए एम्स भेजा जाना चाहिए. एक अन्य ट्वीट में प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राजनीति का मक़सद जनता के विषयों को प्राथमिकता देने का है. शिक्षा, रोजगार, किसानों की मदद…लेकिन ये गैरज़िम्मेदार सरकार सिर्फ फूट फैलाने में व्यस्त रहती है.