पाकिस्तान के अलावा ईरान और अफगानिसतान के तस्कर भी गुजरात सीमा से लगते अरब सागर के जल मार्ग से मादक पदार्थों को पार कराने या गुजरात के रास्ते भारत में मादक पदार्थ भेजने की कोशिश में हैं। पिछले एक सप्ताह में बीएसएफ को कोकीन के 19 पैकेट मिले जबकि मरीन टास्क फोर्स और तटरक्षक बल को चरस के 28 पैकेट मिले।
गुजरात स्थित कच्छ-भुज के नजदीक अरब सागर के किनारे से बीते कुछ दिनों से मादक पदार्थों की बरामदगी हो रही है। एक सप्ताह में बहकर आए दो सौ करोड़ रुपये से अधिक के कोकेन और चरस के पैकेट बरामद हुए हैं। सीमा सुरक्षा बल के जवान, तटरक्षक बल और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की नजर सीमा पार से होने वाले मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने पर लगी है।
पाकिस्तान के अलावा ईरान और अफगानिसतान के तस्कर भी गुजरात सीमा से लगते अरब सागर के जल मार्ग से मादक पदार्थों को पार कराने या गुजरात के रास्ते भारत में मादक पदार्थ भेजने की कोशिश में हैं। पिछले एक सप्ताह में बीएसएफ को कोकीन के 19 पैकेट मिले, जबकि मरीन टास्क फोर्स और तटरक्षक बल को चरस के 28 पैकेट मिले।
हर रोज मादक पदार्थों के 10 से 20 पैकेट मिल रहे
अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 200 करोड़ रुपये से अधिक बताई गई है। कच्छ के समुद्री किनारे से हर रोज मादक पदार्थों के 10 से 20 पैकेट मिल रहे हैं। बीएसएफ का मानना है कि जनवरी 2024 में गुजरात एटीएस और तटरक्षक बलों ने अंतरराष्ट्रीय जल मार्ग पर एक पाकिस्तानी बोट को मादक पदार्थ की तस्करी करते पकड़ा था।
जवानों को देखते ही तस्करों ने मादक पदार्थ के पैकेट समुद्र में फेंके
सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी उस बोट तक पहुंचते, इससे पहले ही तस्करों ने करीब 18 सौ किलोग्राम मादक पदार्थ के पैकेट समुद्र में फेंक दिए थे। माना जा रहा है कि मादक पदार्थ के ये पैकेट समुद्री लहरों के साथ बहकर अब किनारे पहुंच रहे हैं।
मादक पदार्थ के पैकेट को लेकर बीएसएफ सतर्क
गुजरात बीएसएफ के महानिरीक्षक अभिषेक पाठक के अनुसार, कच्छ के समुद्र तट से जिस प्रकार से मादक पदार्थ के पैकेट मिल रहे हैं, इसे लेकर बीएसएफ सतर्क है। हम देश विरोधी ताकतों के मंसूबों को पूरा नहीं होने देंगे।