जिलाधिकारी शशांक शुभांकर ने स्पष्ट कहा कि बीएलओ का कार्य मतदाता सूची का शुद्धीकरण और सत्यापन करना है। यदि कोई अधिकारी नियम के विरुद्ध कार्य करता है या अनावश्यक दस्तावेज़ मांगता है, तो उसकी शिकायत सीधे प्रखंड कार्यालय या जिला निर्वाचन कार्यालय में करें।
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में नक्सल प्रभावित इलाकों में इस बार सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। गया जिले के डुमरिया और आसपास के क्षेत्रों के लाल इलाका स्थित 14 बूथों पर मतदान दलों को हेलिकॉप्टर से भेजा जाएगा।
सोमवार को डीएम शशांक शुभांकर और एसएसपी आनंद कुमार ने नक्सल प्रभावित इलाकों का अचानक दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान ग्रामीणों को देखकर आश्चर्य हुआ जब शीर्ष अधिकारी स्वयं बूथों का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि इस बार चुनाव पूरी तरह भयमुक्त और शांतिपूर्ण माहौल में होगा।
डीएम और एसएसपी ने छकरबंधा पंचायत के बूथ संख्या 13, पिछुलिया और चहरा–पहरा गांव के मतदान केंद्रों के साथ बोधी बिगहा थाना क्षेत्र के काचरा पंचायत के हुरमेठ गांव स्थित बूथों का निरीक्षण किया। उन्होंने सभी बूथों पर पेयजल, प्रकाश, रैम्प और अन्य मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
डीएम ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (वेरिफिकेशन) पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने ग्रामीणों से संवाद कर समस्याओं की जानकारी ली और कहा कि बीएलओ का काम केवल मतदाता सूची का शुद्धीकरण और सत्यापन करना है। यदि कोई अनावश्यक दस्तावेज मांगे तो उसकी शिकायत सीधे प्रखंड या जिला निर्वाचन कार्यालय में करें। दोषी कर्मियों पर कठोर कार्रवाई होगी। वहीं एसएसपी ने अधिकारियों को शांति और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि नक्सल प्रभावित बूथों पर विशेष सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी और मतदान दलों को हेलिकॉप्टर से पहुंचाया जाएगा। चुनाव को शांतिपूर्ण कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है। निरीक्षण के दौरान एडीएम व निर्वाची पदाधिकारी रवि शंकर शर्मा, शेरघाटी एसडीपीओ मनीष कुमार, इमामगंज एसडीपीओ कमलेश कुमार, डुमरिया बीडीओ राजू कुमार, इमामगंज बीडीओ संजय कुमार, इमामगंज सीओ शुशंकर कुमार सहित कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।