कोरोना संक्रमण की जांच अब जल्दी, सटीक और पहले से मौजूद तकनीक के मुकाबले ज्यादा सस्ती होगी। इंडियन इंस्टीट्यूट आफ इंटिग्रेटिव मेडिसिन (आईआईआईएम) जम्मू ने पीसीआर तकनीक के विकल्प के तौर पर आरटी-लैंप (रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेस-लूप मीडिएटेड आइसोथर्मल एंप्लीकेशन) टेस्ट किट विकसित की है।
मंजूरी के लिए टेस्ट किट इंडियन काउंसिल फार मेडिकल रिसर्च को भेज दी गई है। आईआईआईएम जम्मू के निदेशक डॉ. डी श्रीनिवास ने कहा कि इस तकनीक में आरटी-पीसीआर टेस्टिंग किट की तुलना में संवेदनशील मशीन की जरूरत नहीं है। इसी वजह से टेस्टिंग किट सस्ती होगी। हालांकि अभी तक इसका मूल्य तय नहीं किया गया है।
आईआईआईएम जम्मू ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के साथ मिलकर किट को विकसित किया है। डॉ. श्रीनिवास ने कहा कि मौजूदा हालात में संक्रमण जांच का दायरा बढ़ाना जरूरी है।
ज्यादा जनसंख्या होने की वजह से जांच उपकरणों की उपलब्धता बढ़ानी होगी। ऐसी स्थिति में इस किट को मंजूरी मिलने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
संक्रमण की रोकथाम के लिए अब बार-बार सैंपल लेने पड़ रहे हैं। कोरोना वैक्सीन आने तक टेस्टिंग पर ही रोकथाम की रणनीति निर्भर होती है। बहुत जल्द और सटीक नतीजे देने वाली आरटी-लैंप टेस्टिंग किट इस हालात में बेहतर विकल्प साबित होगी।