नई दिल्ली नोटबंदी के बाद अब लोगों को अच्छे दिन देखने को मिलेंगे। नोटबंदी की वजह से ही आपके घर के राशन की कई चीजें सस्ती हो गई हैं।
कदी की कमी के बीच आपूर्ति में सुधार की वजह से पर्याप्त स्टॉक होने के मुकाबले मौजूदा स्तर पर मांग कमजोर होने से बीते सप्ताह दिल्ली के थोक दाल दलहन बाजार में चना और काबुली चना कीमतों में 1,000 रपये प्रति क्विंटल तक की भारी गिरावट आई। लिवाली समर्थन के अभाव में उड़द, अरहर और मोठ की कीमतें भी गिरावट का रख लिए बंद हुईं।
बाजार सूत्रों ने कहा कि सरकार द्वारा बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के उपायों के बीच उत्पादक क्षेत्रों से आपूर्ति बढऩे की वजह से पर्याप्त स्टॉक होने से मुख्यत चना, काबुली और अन्य दलहनों की कीमतों पर दबाव रहा।इस बीच, सरकार ने घरेलू खरीद और आयात के जरिये अभी तक 6.38 लाख टन दलहन का बफर स्टॉक तैयार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा सरकार द्वारा गत माह काला धन पर रोक लगाने के प्रयासों के तहत 500 रुपए और 1,000 रुपए के नोटों को चलन से बाहर करने के बाद बाजार में नकदी की समस्याओं की वजह से कमजोर कारोबारी गतिविधियों की वजह से भी कीमतें प्रभावित हुर्इं।
राष्ट्रीय राजधानी में चना, चना दाल स्थानीय और बेहतरीन क्वॉलिटी की कीमतों को सर्वाधिक झटका लगा और इनकी कीमतें गिरावट के साथ क्रमश 9,000-9,400 रुपए, 9,800-10,100 रुपए और 10,200-10,300 रुपए प्रति क्विंटल रह गईं जबकि पिछले सप्ताहांत ये कीमतें क्रमश 10,000-10,200 रुपए, 10,800-11,100 रुपए और 11,200- 11,300 रुपए प्रति क्विंटल थीं।