कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए देश में जंग जारी है. इस बीच अब हर मोर्चे पर ये कोशिश की जा रही है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति का जल्द से जल्द इलाज किया जा सके.
भले ही इसको लेकर कोई वैक्सीन ना आई हो, लेकिन प्लाज्मा थैरेपी ने नई उम्मीद जताई है. आज से राजस्थान में भी प्लाज्मा थैरेपी के इस्तेमाल की शुरुआत होगी.
राजस्थान में सोमवार से कोरोना वायरस से पीड़ित गंभीर मरीजों के लिए इस थैरेपी का इस्तेमाल किया जाएगा. जो मरीज कोरोना वायरस को मात देकर ठीक हो चुके हैं, उनसे प्लाज्मा लिया जाएगा. जिसका उपयोग बीमार व्यक्ति के इलाज के लिए किया जाएगा.
गौरतलब है कि देश में सबसे पहले राजधानी दिल्ली में प्लाज्मा थैरेपी की शुरुआत की गई थी, जहां कुछ मरीज इस थैरेपी की मदद से ठीक भी हुए हैं.
हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि अभी इस थैरेपी को पूरी तरह से सही नहीं माना जा सकता है, इसमें एक रिस्क हमेशा बना रहेगा.
लेकिन जिन राज्यों या अस्पतालों को केंद्र सरकार, इंडियन काउंसिल मेडिकल रिसर्च से मंजूरी मिल रही है, वो इस थैरेपी का इस्तेमाल कर सकते हैं.
आपको बता दें कि राजस्थान में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 2886 पहुंच गई है. यहां अबतक 71 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि 1100 से अधिक लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं.
प्लाज्मा थैरेपी की मदद से ठीक हो चुके व्यक्ति का प्लाज्मा गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति में डाला जाता है, जिससे उसकी इम्युन शक्ति मजबूत होती है और बीमारी से लड़ने में मदद मिलती है.