अपनों द्वारा दी गई हिम्मत व चिकित्सकों की मेहनत से 108 वर्षीय दुलारी देवी ने कोरोना को मात दे दी है। बुधवार को आजमगढ़ मेडिकल कॉलेज से बाहर आने पर उप प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार व डॉ. दीपक पांडेय ने उनका स्वागत किया।
वृद्धा अब पूरी तरह स्वस्थ हैं और अपने परिवार के साथ घर चली गई हैं। वे दोबारा संक्रमित न हों इसके लिए चिकित्सकों ने उन्हें खास हिदायत दी है।
राजकीय मेडिकल कालेज चक्रपानपुर के कोरोना वार्ड के नोडल प्रभारी डॉ. नियाज हसन ने बताया कि बलिया की दुलारी देवी (108) ने खांसी-जुकाम और बुखार होने पर कोरोना की जांच कराई थी।
जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आने व तबीयत बिगड़ने पर उन्हें 31 अगस्त को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। इस दौरान परिवार और चिकित्सक उनकी हौसलाअफजाई करते रहे।
चिकित्सकों की कड़ी मेहनत से 9 सितंबर को हुई जांच में दुलारी देवी की रिपोर्ट निगेटिव आ गई। शाम को वह अपने घर लौट गईं। वृद्धा का कहना था कि वह कोरोना से जंग केवल चिकित्सकों व अपने परिवार के कारण जीत सकी हैं, जिन्होंने हर पल पर उनका खयाल रखा।