सबसे बड़ी चिप मेकर कंपनी लगातार अपने बेहतर प्रदर्शन के लिए निरंतर कोशिश करता रहता है। कंपनी पहले से अपने लोगों तो ट्रेंड करने के लिए बडी सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं। मगर ये तरीका बदल गया हैक्योंकि समय के साथ भू-राजनीतिक तनाव और चिप की कमी ने TSMC के विकास को प्रभावित किया है। आइये इसके बारे में जानते हैं।
बीते कुछ समय में TSMC ने काफी बदलाव का सामना किया है। दुनिया की सबसे बड़ी चिप मेकर कंपनी जो कुछ साल पहले तक दुनिया नए रिकरूटर्स को प्रशिक्षित करने बड़ी सिस्टम का इस्तेमाल करती थी ।अब अपने तरीके में परिवर्तन लेकर आ गई है।
ये बदलाव तब किया गया जब ग्लोबली चिप की कमी और बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव ने TSMC में विकास को प्रभावित किया। ऐसे में जरूरी था कि मांग के अनुसार प्रोडक्टिविटी देने के लिए हजारों लोगों को भर्ती करना पड़ रहा था। ऐसे में इन्हें प्रशिक्षित करने के तरीके में भी बदलाव करना जरूरी था।
कैसे बदला तरीका?
- जैसा कि हम बता चुके है कि पहले कंपनी अपने नए रिक्रुटर को ट्रेंड करने के लिए बडी सिस्टम का इस्तेमाल करते थे, जो उन्हें वरिष्ठ इंजीनियरों के साथ काम करने और सीखने का मौका देती थी।
- मगर जरूरतों को ध्यान में रखते हुए और हजारों नई भर्तियों को तेजी से काम पर लाने के लिए कंपनी को एक बेहतर ट्रेनिंग प्रोग्राम तैयार करने की जरूरत थी।
- इसके चलते कंपनी ने 2021 में मध्य ताइवान के ताइचुंग शहर में एक विशाल विज्ञान पार्क के अंदर न्यूकमर ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना की। यह सुविधा अब कंपनी के लिए ग्लोबल स्तर पर पहुंचा रही है।
अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा
- मूर के नियमों वाली दुनिया में यह विचार कि माइक्रोचिप्स पर ट्रांजिस्टर की संख्या हर दो साल में दोगुनी हो जाएगी । ऐसे में गति TSMC और उसके कस्टमर्स के लिए सार है, जिसमें एपल, एनवीडिया और एएमडी भी शामिल हैं। यह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के लिए भी मायने रखता है, जो एरिजोना में अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए कंपनी पर भरोसा कर रहे हैं।
- TSMC के प्रशिक्षक मार्कस चेन ने कहा कि हम नए लोगों को सही ढ़ग से पढ़ा सकते हैं। हम उन्हें तेजी से सीखने और एक ठोस आधार बनाने में सक्षम बना सकते हैं।
- यह टीएसएमसी का मुख्य मूल्य है कि हमें सब कुछ बहुत कुशलता से करना है। यह केंद्र एक फैब्रिकेशन प्लांट के संचालन पर आधारित है, जिसे फैब्स कहा जाता है, जहां चिप्स बनाए जाते हैं।
90% सुपर-एडवांस्ड सेमीकंडक्टर का प्रोडक्शन
- कभी दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण कंपनी कही जाने वाली टीएसएमसी दुनिया के अनुमानित 90% सुपर-एडवांस्ड सेमीकंडक्टर चिप्स का प्रोडक्शन है।
- इनका उपयोग स्मार्टफोन से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एप्लिकेशन तक हर चीज को पॉवर देने के लिए किया जाता है।
- बढ़ती मांग को पूरा करने और अपने कस्टमर्स के साथ शारीरिक रूप से करीब होने के दबाव का सामना करने के लिए, टीएसएमसी संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान और जर्मनी में नए फैब का निर्माण कर रहा है।
- पिछले महीने कंपनी ने जापानी शहर कुमामोटो में अपना पहला फैब खोला और आने वाले वर्षों में छोटे, अधिक एडवांस चिप्स बनाने के लिए फीनिक्स, एरिजोना में 40 बिलियन डॉलर की दो सुविधाएं खोलने की तैयारी में है।
- इसने जर्मनी के ड्रेसडेन में फैब बनाने के लिए 3.8 बिलियन डॉलर का निवेश करने की बात कही है, जो यूरोप में कंपनी का पहला फैब है।