देश की सबसे सुरक्षित जगह मानी जाने वाली नई संसद भवन की सुरक्षा में आज बड़ी चूक हुई। यहां दो युवक लोकसभा के अंदर सांसदों के बीच में दर्शक दीर्घा से उस वक्त कूद गए जब सदन की कार्यवाही जारी थी।
इनमें से एक युवक पीछे से कूदते-फांदते हुए सांसदों के बीच जा पहुंचा और जूते से स्प्रे निकालकर पूरे सदन को धुआं-धुआं कर दिया। अब इन लोगों की पहचान सामने आई है।
संसद को धुआं-धुआं करने वाले का नाम आया सामने
लोकसभा के अंदर कलर क्रैकर लेकर पहुंचे शख्स का नाम सागर शर्मा बताया जा रहा है। हालांकि यह अभी पता नहीं चल सका है कि सागर कहां का रहने वाला है और किस उद्देश्य उसने इस घटना को अंजाम दिया।
संसद के बाहर इन दो लोगों ने किया प्रदर्शन
संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर बुधवार को दो मामले सामने आए हैं। एक मामले में सदन के बाहर दो लोगों ने तानाशाही नहीं चलेगी का नारा लगाते हुए प्रदर्शन शुरू किया। इनके प्रदर्शन शुरू करते ही पुलिस के जवानों ने हिरासत में ले लिया।
इन दो प्रदर्शनकारियों में एक महिला भी थी। इनकी पहचान नीलम (42) निवासी हिसार (हरियाणा) के रूप में हुई है। वहीं दूसरे प्रदर्शनकारी की पहचान अनमोल शिंदे (25) निवासी लातूर (महाराष्ट्र) के रूप में हुई है।
इन राज्यों से है कनेक्शन
- नीलम- हिसार, हरियाणा
- अनमोल शिंदे- लातूर, महाराष्ट्र
- सागर शर्मा- अज्ञात
एक ही ग्रुप के हो सकते हैं चारों
माना जा रहा है कि संसद के अंदर और बाहर हुई दोनों घटनाओं में शामिल चारों लोग एक ही ग्रुप के हो सकते हैं। ट्रांसपोर्ट भवन के बाहर से पकड़े गए दो आरोपितों को ही संसद भवन थाने लाया गया है।
संसद के अंदर दर्शक दीर्घा से कूदने वाले दोनों युवक अभी संसद भवन सुरक्षा कर्मियों के हिरासत में ही हैं। उन्हें अभी दिल्ली पुलिस के हवाले नहीं किया गया है। संसद भवन के सुरक्षा अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं।
अलग-अलग एजेंसियां कर रहीं पूछताछ
ये चारों कब और कैसे दिल्ली पहुंचे इस बारे में अलग-अलग एजेंसी इनसे पूछताछ कर रही है। कुछ घंटे बाद यह निर्णय लिया जाएगा कि चारों के खिलाफ किन धाराओं ने किस थाने में मुकदमा दर्ज किया जाए। संसद भवन थाने के बाहर मीडियाकर्मियों का जमावड़ा होने के कारण मुख्य द्वार पर बैरिकेड लगाकर इंट्री बंद कर दी गई है।
अभी स्पेशल सेल के डीसीपी राजीव रंजन सिंह अपनी टीम के साथ संसद मार्ग थाने पहुंच गए हैं। आईबी की टीम कई घंटे पहले संसद मार्ग थाने पहुंच गई थी। पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ये चारों किसी संगठन से जुड़े हैं या नहीं।