उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामलों की रफ्तार कम होने के साथ ही अब सरकार ने सरकारी अस्पतालों में सामान्य स्वास्थ्य सेवाओं को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए सरकार ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को सामान्य चिकित्सा सेवाओं को फिर से शुरू करने के निर्देश दिए हैं, ताकि अन्य बीमारियों के मरीजों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
प्रदेश में अप्रैल माह में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी सरकारी अस्पतालों में सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं तकरीबन बंद हो गई थी। सभी प्रमुख सरकारी अस्पतालों को डेडिकेटेड कोविड केयर अस्पतालों में तब्दील कर दिया गया। संक्रमण की गति इतनी अधिक बढ़ गई थी कि सरकार ने अन्य बीमारी के मरीजों से अस्पताल की ओर रुख न करने की अपील की थी।
ऐसे मरीजों को स्वास्थ्य लाभ देने के लिए ई-संजीवनी के माध्यम से आनलाइन परामर्श दिया जा रहा है। इसमें सभी प्रकाश के रोग विशेषज्ञों को शामिल किया गया है, जिनकी मरीजों से बात कराई जा रही है। इससे मरीजों को लाभ भी मिल रहा है।
अब मौसम बदलने के साथ कई अन्य मौसमी रोग भी सामने आ रहे हैं। इनमें डेंगू और डायरिया प्रमुख हैं, जिनके इलाज को लेकर सरकार लगातार दिशा-निर्देश जारी कर रही है। ऐसे रोगियों को समय से इलाज मिल सके, इसके लिए सरकार अब सभी जिलों में डेडिकेटेड कोविड केयर अस्पतालों को छोड़ शेष अन्य में सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं फिर से शुरू कर रही है।
सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले घट रहे हैं। इसे देखते हुए सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को कहा गया है कि वे अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को फिर से शुरू कराने के लिए आवश्यक कदम उठाएं, ताकि मरीजों को आवश्यक सुविधा मिल सके।