कोरोना के नए स्ट्रेन का खतरा देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह ब्रिटेन से दिल्ली आने वाली फ्लाईट पर पाबंदी 31 जनवरी पर पाबंदी बढ़ा दे। इससे उन्होंने आम लोगों की सेहत के लिए बेहद जरूरी बताया है।
अरविंद केजरीवाल ने ट्विट किया कि केंद्र सरकार ने प्रतिबंध हटाने और ब्रिटेन की उड़ानें शुरू करने का फैसला किया है। ब्रिटेन में कोविड-19 की अत्यंत गंभीर स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार से आग्रह है कि वह फ्लाइट पर प्रतिबंध 31 जनवरी तक के लिए बढ़ा दे।
केजरीवाल ने आगे लिखा कि बड़ी मुश्किल से लोग कोविड-19 की स्थिति को नियंत्रण में लाए हैं। ब्रिटेन में कोविड स्थिति गंभीर है। अब, प्रतिबंध हटाकर क्यों हमारे लोगों को जोखिम में डाल रहे हैं?
कोरोना के नए स्ट्रेन को देखते हुए 23 दिसंबर की मध्य रात्रि से लेकर 7 जनवरी तक ब्रिटेन से आने वाली सभी उड़ानों पर सरकार ने अस्थायी रोक लगा दी थी। भारत और ब्रिटेन के बीच निलंबित हवाई सेवा अब 8 जनवरी (शुक्रवार) से शर्तों के साथ बहाल की जाएगी। नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने एक बयान में कहा था कि दोनों देशों के बीच प्रति सप्ताह सिर्फ 30 उड़ानों का परिचालन होगा। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि यह व्यवस्था 23 जनवरी तक जारी रहेगी।
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारतीय और ब्रिटिश एयरलाइनें, उपरोक्त अवधि के दौरान सिर्फ दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद से (ब्रिटेन के लिए) तथा (ब्रिटेन से भारत के) इन शहरों तक के लिए प्रति सप्ताह 15-15 उड़ानों का परिचालन करेंगी। दिसंबर में दोनों देशों के बीच प्रति सप्ताह 60 से अधिक यात्री उड़ानों का परिचालन हुआ था। हालांकि, विमानन मंत्रालय ने दोनों देशों के बीच सभी यात्री उड़ानें 23 दिसंबर से निलंबित कर दी है।
उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन में पाए गए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के देश में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 73 हो गई है। इस तरह के कुल मामलों में से 8 का पता दिल्ली में नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी), 20 सीएसआईआर इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (आईजीआईबी) और 11 नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो (निमहंस) बेंगलुरु में चला है। कोरोना के नए स्ट्रेन से ब्रिटेन में स्थिति फिर से बिगड़ गई है और हालात इतने खराब हो गए हैं कि वहां फिर से लॉकडाउन लगाया गया है। ब्रिटेन में पाया गया कोरोना का नया प्रकार भारत भी पहुंच चुका है, जो लगातार फैल रहा है।