कोरोना संकट के मद्देनजर इस बार धर्मनगरी कटड़ा में सादगी के साथ नवरात्र महोत्सव मनाया जाएगा। कटड़ा में सिर्फ दुर्गा पूजन होगा और मां वैष्णो देवी स्वरूप तीनों पिंडियों की झांकी निकाली जाएगी।
अंतरराष्ट्रीय दंगल, भेंट प्रतियोगिता, हास्य व्यंग्य, श्रीमद्भागवत कथा और सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे। यह फैसला मंगलवार को मंडलायुक्त संजीव वर्मा की अध्यक्षता में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड कार्यालय में हुई बैठक में किया गया।
बैठक में तय किया गया कि पहले की भांति कस्बे के हर चौक-चौराहे और मुख्य द्वार पर नौ दिन लाइटें लगाई जाएंगी। धर्मनगरी को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा।
पिंडियों की पूजा-अर्चना कर मुख्य बाजार से झांकी निकाली जाएगी। बैठक में आईजीपी जम्मू मुकेश सिंह, जिला आयुक्त इंदु कंबल चिब, पर्यटन विभाग की सहायक निदेशक नीलम खजूरिया, एसडीएम अशोक कुमार चौधरी, होटल संघ से राकेश वजीर, दंगल कमेटी से शिव शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
इससे पहले 2014 में सद्दल गांव में हुए भूस्खलन में कुड नृत्य करने वाले 40 लोगों की मौत के बाद भी नवरात्र समारोह सादे तरीके से मनाया गया था। इस बार भी सभी कमेटियों ने कोरोना महामारी को देखते हुए यही निर्णय लिया है।
बैठक में स्थानीय लोगों ने लखनपुर में मां वैष्णो की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को परेशान करने और अन्य श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने का मुद्दा उठाया। इसके साथ ही कोरोना टेस्ट की अवधि 48 से बढ़ा कर 96 घंटे करने की अपील की गई। बैठक में नपा अध्यक्ष ने कस्बे के बाजार का मुद्दा उठाया जिसे अधिकारियों ने हल करने का आश्वासन दिया।