अयोध्या में राम जन्मभूमि पर चेंकिंग पॉइंट पर तैनात सात महिला कांस्टेबल की हालत शनिवार को बिगड़ गई। इन सभी को शुक्रवार को कोरोना वैक्सीन दी गई थी। बेचैनी और मूर्छा के लक्षणों के बाद उन्हें श्रीराम अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
ये महिला कांस्टेबल राम जन्मभूमि के तीन चेकिंग बूथों पर तैनात थीं। अचानक उनके अस्वस्थ हो जाने से हड़कंप मच गया।
इस पर डॉक्टरों का कहना है कि घबराने की कोई बात नहीं है। यह सभी सामान्य लक्षण हैं। वैक्सीन लगवाने के बाद इस तरह की मुश्किलें हो सकती हैं। उन्होंने बताया कि सभी का ब्लड प्रेशर सामान्य है और उनकी हालत भी ठीक है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को 84109 स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर का टीकाकरण किया गया। इस तरह अब तक प्रदेश में पहले चरण में 713530 लाभार्थियों का टीकाकरण किया जा चुका है। 11 फरवरी को फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए फिर से टीकारण का सत्र चलेगा। इसके बाद 18 और 19 फरवरी को टीकाकरण किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शुक्रवार को 124423 लाभार्थियों को टीका लगाने का लक्ष्य था। इनमें 68488 स्वास्थ्यकर्मी और 36395 फ्रंटलाइन वर्कर थे। इनमें से 84109 लाभार्थियों को 1177 सत्र में टीका लगाया गया, जो लक्ष्य का लगभग 67.60 प्रतिशत है। कुल 84109 लाभार्थियों में 47714 स्वास्थ्यकर्मी और 36395 फ्रंटलाइन वर्कर को टीका लगाया गया।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में सभी स्वास्थ्यकर्मियों को अब तक टीका लगाया जा चुका है। इसके बाद 15 फरवरी को छूटे हुए स्वास्थ्यकर्मियों के लिए मॉपअप राउंड होगा। उन्होंने बताया कि जिन सभी स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण नहीं हुआ है। उन्हें मॉपअप राउंड के बाद दूसरा मौका नहीं मिलेगा।