पूरी दुनिया में दहशत का सबब बन चुके कोरोना वायरस का असर अब उत्तर प्रदेश की राजनीतिक गतिविधियों पर भी पड़ना शुरू हो गया है। पार्टियां भी इस बात को लेकर सतर्क हो गई हैं कि भीड़ जुटाने वाले कार्यक्रम फिलहाल न किए जाएं। कोरोना वायरस के इसी शिकंजे में कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा की किसान जन जागरण रैली भी आ गई है।
कांग्रेस पिछले करीब एक माह से उत्तर प्रदेश भर में किसान जन जागरण यात्राएं निकाल रही है। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू खुद भी अब तक सैकड़ों किसान परिवारों से मुलाकात कर मांग पत्र भरवा चुके हैं।
इस कार्यक्रम की रूपरेखा बनाने के साथ ही तय हो गया था कि यात्रा के दौरान प्रदेश प्रभारी एवं राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा द्वारा प्रदेश स्तरीय रैली की जाएगी, जिसमें सभी जिलों से किसान जुटाए जाएंगे।
इसी के तहत कुछ दिन पहले रैली के लिए जिला चयन की कसरत हुई थी, लेकिन फिर इसलिए टाल दिया गया कि अभी और तैयारी कर इसे ज्यादा बड़े पैमाने पर किया जाए।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक मार्च में बड़ी रैली प्रस्तावित थी, लेकिन अब इसे फिर टाल दिया गया है। इसका बड़ा कारण कोरोना वायरस को माना जा रहा है, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग ने भीड़ से बचने की गाइड लाइन जारी की है।
चूंकि प्रियंका वाड्रा सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर खुद जनता को कोरोना से बचाव का संदेश दे चुकी हैं, इसलिए उनकी रैली अभी न करने का निर्णय लिया गया है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बृजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि होली के पहले पार्टी की बैठक में तय हुआ कि फिलहाल एक माह के लिए रैली टाल दी जाए।