कोरोना वायरस के कहर से अपने शहर को बचाने के लिए दुनिया भर के देश अलग-अलग तरह के कदम उठा रहे हैं। कुछ देशों ने दूसरे देशों से आने जाने वालों पर पूरी तरह से रोक लगा दी है।
जिन देशों में कोरोना वायरस के अधिक मरीज पाए जा रहे हैं, दूसरे देशों ने वहां से आने जाने वालों पर पूरी तरह से रोक लगा दी है जिससे वायरस संक्रमित लोग उनके यहां न आ सकें। स्पूतनिक वेबसाइट के अनुसार इस बॉर्डर को शानिवार से बंद कर दिया गया है।
कोलंबिया के राष्ट्रपति इवान डुके ने शनिवार को को कोरोनोवायरस (COVID-19) महामारी के कारण वेनेजुएला के साथ लगी अपनी सीमा को बंद कर दिया।
उन्होंने कोरोना संक्रमित मरीजों को देश में आने पर प्रतिबंध लगाने के लिहाज से ये कदम उठाया है। इसके अलावा, सोमवार से शुरू होने वाले, विदेशी, जिनके पास कोलंबियाई निवास परमिट नहीं है और पिछले दो हफ्तों के दौरान यूरोप या एशिया की यात्रा कर चुके हैं, उन पर देश में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। इस बीच, कोलंबियाई नागरिकों और निवासियों को उनके आगमन पर 14 दिनों के लिए अलग रखा जाएगा।
वैसे अब तक, कोलंबिया में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के 16 मामले दर्ज किए हैं, जबकि वेनेजुएला ने इस सप्ताह के शुरू में अपने पहले दो COVID-19 मामलों की पुष्टि की। काराकास ने गुरुवार को कोरोनोवायरस महामारी के बीच यूरोपीय देशों और पड़ोसी कोलंबिया से सभी उड़ानों को निलंबित कर दिया।
मालूम हो कि अब तक, दुनिया भर के 132 देशों में 1,45,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। दुनिया के अलग-अलग देशों में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 5,500 तक पहुंच चुकी है।
उधर कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए न्यूयॉर्क शहर स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के कर्मचारियों को 16 मार्च से 12 अप्रैल तक घर से से काम करने के लिए कहा गया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव स्टीफन के प्रवक्ता दुजारिक ने कहा कि जब तक कार्यस्थल में उनकी उपस्थिति अनिवार्य न हो तब तक वह घर से ही कार्य करें।
अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में कोरोना के प्रकोप को देखते हुए आपातकाल की घोषणा की गई है। दुजारिक ने कहा है कि सभी कर्मचारियों को दूरसंचार के जरिए कार्यस्थल से जुड़े रहना चाहिए जब तक की उनकी भौतिक उपस्थिति जरूरी न समझी जाए। प्रवक्ता ने कहा कि तीन सप्ताह के बाद हम इमारत में कर्मचारियों के कम स्तर को बनाए रखने की आवश्यकता का आकलन करेंगे।