उत्तर प्रदेश में अलग-अलग जिलों के अस्पतालों से 700 डॉक्टर अपनी ड्यूटी से गायब हैं. अब सरकार इन डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है, क्योंकि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए सरकार चिकित्सा विभाग में कोई लापरवाही नहीं देखना चाहती.
जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के कई जिलों मे तैनात कई डॉक्टर बगैर किसी सूचना के काफी समय से नौकरी से नदारद हैं. कोरोना वायरस को लेकर ड्यूटी की तैनाती के बारे में जब डॉक्टरों की जांच की गई तो पता चला कि यूपी के कई जिलों के स्वास्थ्य केंद्रों से करीब 700 डॉक्टर गायब हैं. उनके बारे में जब निदेशालय से जानकारी मांगी गई तो वहां पर कोई छुट्टी पर होने की सूचना भी नहीं मिली.
इस भारी गड़बड़ी के बाद सरकार ने ऐसे डाक्टरों की बर्खास्तगी की कार्यवाही शुरू कर दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक अगले एक महीने में इन गायब डॉक्टरों को बर्खास्त कर दिया जाएगा.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक ये डॉक्टर या तो दूसरी जगह नौकरी करने लगे हैं या फिर आगे की पढ़ाई के लिए बगैर बताए गायब हो गए हैं. स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने अब इन गायब डॉक्टरों पर सख्ती बरतने का फैसला किया है, जिसे सरकार की भी सहमति मिल गई है.
बता दें, कोरोना वायरस को देखते हुए यूपी के 11 जिलों में 31 मार्च तक सिनेमा हॉल बंद करने का आदेश दिया गया है. जम्मू में 31 मार्च तक ढाबे-रेस्टोरेंट बंद रहेंगे. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कोरोना से बचाव को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की.
यूपी के 11 जिलों लखनऊ, आगरा, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज जिले में 31 मार्च तक सिनेमा हॉल बंद करने का आदेश दिया गया है. रेलवे भी कोरोना को लेकर पूरी तरह से अलर्ट हैं. ट्रेन को अच्छी तरह से सेनेटाइज किया जा रहा है.