अमेरिका की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की अंतरराष्ट्रीय टीम ने कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) पर एक स्टडी की है जिसमें चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं.
इंसानी शरीर पर कोरोना के हमले के बारे में कुछ ऐसी जानकारी हाथ लगी है जिसके बारे में वैज्ञानिकों को भी अब तक पता नहीं था. वैज्ञानिकों ने इससे जुड़ी तस्वीरें भी प्रकाशित की हैं. इस स्टडी के बाद कोरोना के खिलाफ इलाज विकसित करने में मदद मिल सकती है.
रिपोर्ट के मुताबिक, स्टडी के दौरान वैज्ञानिक कोरोना और शरीर में उसके होस्ट के बीच संबंध को समझने की कोशिश कर रहे थे. इस दौरान पता चला कि SARS-CoV-2 इंसानी सेल को संक्रमित करने के बाद उसमें भयानक बदलाव कर देता है. इसके बाद ‘वायरस के निर्देश के मुताबिक’ इंसानी सेल में व्यापाक विस्तार देखने को मिलता है.
शुक्रवार को Cell नाम के जर्नल में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक, जब कोरोना वायरस इंसान के शरीर के एक सेल को संक्रमित करके उसे अपने काबू में कर लेता है तो वह सेल भी अपने पड़ोसी सेल को संक्रमित करना शुरू कर देता है.
स्टडी करने वाले रिसर्चर्स ने कहा है कि कोरोना वायरस शरीर के संक्रमित सेल को भी इतना सक्षम बना देता है वह अपने आसपास के सेल को बर्बाद कर सके. इसकी वजह से कोरोना वायरस बहुत ताकतवर हो जाता है.
रिसर्चर्स का कहना है कि इस स्टडी के बाद उन्होंने कुछ दवाइयों की पहचान भी की है जिससे शरीर में कोरोना के प्रसार को धीमा किया जा सकता है. इनमें कुछ ऐसी दवाइयां हैं जो कैंसर ट्रीटमेंट के लिए इस्तेमाल की जाती हैं. इनमें Silmitasertib, Ralimetinib, Gilteritinib जैसी दवाइयां शामिल हैं.