पाकिस्तानी शिक्षा कार्यकर्ता और नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी संकट खत्म होने के बाद भी दुनियाभर में 2 करोड़ लड़कियां कभी भी स्कूल नहीं लौट सकेंगी। पाकिस्तानी अखबार डॉन ने बताया कि शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के एक साइड इवेंट में मलाला ने स्वीकार किया कि कोरोना वायरस हमारे सामूहिक लक्ष्यों जैसे कि महिलाओं को शिक्षित करने के लिए एक बड़ा झटका है।
मलाला ने कहा कि अकेले शिक्षा की बात करें तो अगर यह महामारी संकट समाप्त भी हो जाए तो भी दुनिया में 2 करोड़ से अधिक लड़कियां दोबारा स्कूल और अपनी क्लासरूम में नहीं लौट सकेंगी। मलाला ने बताया कि वैश्विक शिक्षा वित्त पोषण का अंतर पहले ही बढ़कर 200 अरब डॉलर प्रति वर्ष हो गया है।