केरल में कोविड-19 के 1,054 नए मामले सामने आए और 11 मौतें हुईं। इन नए मामलों से राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 10,92,673 हो गए और मृतकों की संख्या बढ़कर 4,407 हो गई। राज्य में आज कुल 3,463 लोग इस बीमारी से ठीक हुए, जिससे अब तक राज्य में कुल 10,60,560 लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं, जबकि 27,057 मरीजों का इलाज चल रहा है।
राज्य में 1,43,461 लोग निगरानी में हैं, जिनमें से 4,152 राज्य भर के विभिन्न अस्पतालों के पृथक वार्डों में हैं। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले 24 घंटों में 38,410 नमूनों की जांच की है और जांच की संक्रमण दर 2.74 प्रतिशत है। अब तक, राज्य में 1,23,29,604 नमूनों की जांच हो चुकी है। वर्तमान में राज्य में 352 हॉटस्पॉट हैं।
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु में कोविड-19 के नए मामलों में लगातार बढ़ोतरी जारी है और 78.41 फीसदी नए मामले इन पांच राज्यों से हैं। मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कुल 26,291 नए मामले सामने आए। महाराष्ट्र में सर्वाधिक 16,620 नए मामले आए (रोजाना नए मामलों का 63.21 फीसदी)। केरल में 1792 जबकि पंजाब में 1492 नए मामले सामने आए हैं।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘आठ राज्यों में रोजाना नए मामलों की संख्या बढ़ रही है। ये राज्य हैं महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब, मध्य प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक और हरियाणा।’’ इसने बताया कि केरल में पिछले एक महीने से मामलों की संख्या घट रही है। भारत में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 2,19,262 है, जो कुल संक्रमण का 1.93 फीसदी है। भारत में कुल उपचाराधीन मरीजों का 77 फीसदी मामला महाराष्ट्र, केरल और पंजाब से है। बहरहाल, भारत में टीका लगवाने वाले लोगों की संख्या अब करीब तीन करोड़ होने जा रही है।
मंत्रालय ने बताया कि सोमवार सुबह सात बजे तक उपलब्ध रिपोर्ट के मुताबिक 5,13,065 सत्र के माध्यम से 2,99,08,038 टीके की खुराक दी जा चुकी है। टीकाकरण अभियान के 58वें दिन (14 मार्च को) 1,40,880 खुराकें दी गईं। मंत्रालय ने बताया, ‘‘रविवार होने की वजह से कल अधिकतर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में टीकाकरण सत्र आयोजित नहीं किया गया।’’ इसने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान 17,455 लोगों के ठीक होने के साथ ही देश में अब तक 1,10,07,352 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं। साथ ही नए ठीक हुए मरीजों में से 84.10 फीसदी छह राज्यों से हैं।