PM मोदी मुझे पश्चिम बंगाल से जुड़ी एक बहुत अच्छी पहल के बारे में जानकारी मिली, जिसे, मैं, आपसे साथ जरुर साझा करना चाहूंगा। पर्यटन मंत्रालय के रीजिनल ऑफिस ने महीने के शुरू में ही बंगाल के गांवों में एक इनक्रेडिबल इंडिया वीकेंड गेटअवे की शुरुआत की।
कुछ ही दिन पहले मैंने एक वीडियो देखा। वह वीडियो पश्चिम बंगाल के वेस्ट मिदनापुर स्थित ‘नया पिंगला’ गांव के एक चित्रकार सरमुद्दीन का था। वो प्रसन्नता व्यक्त कर रहे थे कि रामायण पर बनाई उनकी पेंटिंग दो लाख रुपये में बिकी है। इससे उनके गांववालों को भी काफी खुशी मिली है।
अब बुंदेलखंड में स्ट्रॉबेरी की खेती को लेकर उत्साह बढ़ रहा है, और इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभाई है, झांसी की एक बेटी- गुरलीन चावला ने। लॉ की छात्रा गुरलीन ने पहले अपने घर पर और फिर अपने खेत में स्ट्रॉबेरी की खेती का सफल प्रयोग कर ये विश्वास जगाया है कि झांसी में भी ये हो सकता है।
पिछले दिनों झांसी में एक महीने तक चलने वाला ‘स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल’ शुरू हुआ। हर किसी को आश्चर्य होता है- स्ट्रॉबेरी और बुंदेलखंड, लेकिन, यही सच्चाई है।
कुछ दिन पहले आपने देखा होगा, अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को से बंगलूरू के लिए एक नॉन स्टॉप फ्लाइट की कमान भारत की चार वूमेन पायलट्स ने संभाली। दस हजार किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा सफर तय करके ये फ्लाइट सवा दो-सौ से अधिक यात्रियों को भारत लेकर आई।
पर्यावरण की रक्षा से कैसे आमदनी के रास्ते भी खुलते हैं, इसका एक उदाहरण अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भी देखने को मिला। इस पहाड़ी इलाके में सदियों से ‘मोन शुगु’ नाम का एक पेपर बनाया जाता है। इसके लिए पेड़ों को नहीं काटना पड़ता है.
बोयिनपल्ली सब्जी मंडी में हर रोज बेकार बची हुई सब्जियों से व्यापारियों द्वारा बिजली बनाने की पहल ‘इनोवेशन’ की ताकत है।
हैदराबाद के बोयिनपल्ली में, एक स्थानीय सब्जी मंडी, किस तरह, अपने दायित्व को निभा रही है, ये पढ़कर भी मुझे बहुत अच्छा लगा। बोयिनपल्ली की सब्जी मंडी तय किया है कि बचने वाली सब्जियों को ऐसे फेंका नहीं जाएगा, इससे बिजली बनाई जाएगी।
मन की बात कार्यक्रम देशवासियों से जुड़ने का एक बेहतर अवसर है जिसमें देश के प्रति लोगों का जज्बा और जूनून है, प्रेरणादायक हैं जो मुझे ऊर्जा से भर देते हैं।