सिद्धू बोले कि जब मैंने केजरीवाल की बात अपनी पत्नी को बताई तो उसने केजरीवाल के प्रस्ताव को खारिज कर दिया ये कहते हुए कि आप चनाव से बाहर कैसे हो सकते हैं। ये कैसे हो सकता है कि 4 बार का एमपी मैदान ही छोड़ दे। सिद्धू ने कहा कि केजरीवाल को लगता है कि उससे ज्यादा ईमानदार कोई नहीं। कोई उन पर उंगली उठाए तो उन्हें बर्दाश्त नहीं। वे भूल गए हैं कि दुनिया बहुत बड़ी है और वे अभी कुछ भी नहीं हैं।
बिना नाम लिए सुखबीर बादल पर निशाना
नवजोत सिद्धू ने बिना नाम लिए सुखबीर बादल पर निशाना साधा और कहा कि पंजाब में परिवारवाद की सरकार है। पंजाब के बिजनेस का फायदा सिर्फ एक परिवार को हो रहा है।
पंजाब के काले बादल अब भी मंडरा रहे हैं। मेरी लड़ाई किसी पार्टी से नहीं है, क्यों पार्टी अच्छी बुरी नहीं होती, उसे चलाने वाले लोग अच्छे बुरे हो सकते हैं। मेरी लड़ाई उस पार्टी तो चलाने वालों से है।
इससे पहले सिद्धू ने पंजाब में नए मोर्चे का आधिकारिक ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब को बदलने की चाहत रखने वाले लोग उनके साथ जुड़ें। नवजोत सिद्धू कहते हैं कि लोग चाहते हैं ऐसा नेता पंजाब में आए जो कमजोरी को ताकत में बदले।
उनका पहला मंसूबा स्वार्थ छोड़कर पंजाब को जीताना है, पंजाब के हित में वोट डालना है। दूसरा मंसूबा पंजाबी जीतेगी, जात पात से ऊपर उठकर मानवीयता को पंजाबियत को जीताना है।
आज की घड़ी महत्वपूर्ण घड़ी, बदलाव की घड़ी। हमें एक जुट होकर पंजाब को बदलने की जरूरत है। पंजाब को बदलने की चाहत रखने वाले नेता साथ आएं। जीतेगा पंजाब, जीतेगी पंजाबियत, जीतेगा हर पंजाबी।
सिद्धू ने कहा कि पंजाब घाटे के कगार पर खड़ा है। बिल्डिंग गिरवी रखी हैं, प्रॉपर्टी गिरवी रखी हैं। पंजाब के बिजनेस का फायदा सिर्फ एक परिवार को हो रहा है। लोकतंत्र की असली ताकत लोगों को देनी है। जनता की आवाज बहुत बड़ी, उसमें भगवान की आवाज है। पंजाब के काले बादल अब भी मंडरा रहे हैं।