मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने दिल्ली की जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध को लेकर केंद्र सरकार और गृहमंत्री पर निशाना साधा।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने जवाहरलाल नेहरू, वल्लभ भाई पटेल, चंद्रशेखर आजाद, डॉ. भीमराव आंबेडकर के समझदार नेतृत्व में खड़े हुए सबसे बड़े लोकतंत्र को धर्म के आधार पर विभाजित करने का काम किया है।
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर नितिश कुमार, रामविलास पासवान, नवीन पटनायक, प्रकाश सिंह बादल से सवाल किया कि आपने ऐसा कैसे होने दिया।
कृपया इन्हें रोकिए, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। उन्होंने यह भी कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह के कॉर्पोरेट दोस्तों से भी अपील करता हूं कि इस मामले में दखल दीजिए। नारिकता संशोधन कानून वापस लिया जाना चाहिए।