प्रसिद्ध कल्कि पीठ पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि किसानों के लिए बने कृषि कानून जब किसानों को ही पसंद नहीं है तो फिर सरकार उन्हें थोपने का प्रयास क्यों कर रही है? केंद्र सरकार को समझना चाहिए कि कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान पाकिस्तान या यूनान के नहीं, बल्कि हिंदुस्तान के हैं।
पीठाधीश्वर बृहस्पतिवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता यूसुफ कुरैशी के निवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। वह हस्तिनापुर में भगवान परशुराम की मूर्ति का अनावरण कर लौट रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के हालात खराब हैं। सरकार की कथनी और करनी में फर्क साफ दिख रहा है।
किसानों का सरकार से भरोसा उठ चुका है। इस वजह से देश की राजधानी और सीमाएं संकट से गुजर रही हैं। वह ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि केंद्र सरकार को सद्बुद्धि दे। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जो कमेटी बनाई गई है, उस पर सवाल खड़े हो गए हैं।
इसमें संशोधन जरूरी है। उन्होंने कहा कि जब सरकारी मशीनरी जाति और धर्म देखकर काम करेगी तो आम आदमी का भला होने वाला नहीं है। यूपी से कांग्रेस के मुख्यमंत्री चेहरे पर उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री चेहरा ब्राह्मण समाज से होना चाहिए। इस बार कांग्रेस यूपी में अकेले चुनाव लड़ेगी। प्रेसवार्ता में कांग्रेस नेता सतीश शर्मा, शहजाद यूसुफ, सलीम खान, ठाकुर तेजवीर सिंह भी मौजूद रहे।