सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवाकर के मुताबिक, फिल्टर्ड ऑयल रिफाइंड ऑयल से बेहतर है. जानिए, क्यों कुकिंग के लिए ऑयल का चुनाव करते समय खास ध्यान रखना चाहिए.
न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता के मुताबिक, फिल्टर्ड ऑयल लोअर टेम्प्रेचर में बनते हैं. ऐसे में इनमें विटामिंस और मिनरल्सि बरकरार रहते हैं. साथ ही फैटी एसिड भी टॉक्सिंस में कन्वर्ट नहीं होता. वहीं रिफाइंड ऑयल हाई टेम्प्रेचर में बनता है तो इसमें विटामिंस और मिनरल्स खत्म हो जाते हैं. इसके अलावा फैटी एसिड ब्रेक होता है जो टॉक्सिंस में कन्वर्ट हो जाता है. फिल्टर्ड ऑयल का टेस्ट बरकरार रहता है जबकि रिफाइंड ऑयल टेस्टलेस हो जाता है.
वेजिटेबल ऑयल से ज्यादा नट बेस्ड ऑयल है बेहतर-
पीनट, तिल, मस्टर्ड जैसे नट बेस्ड ऑयल सनफ्लॉवर, कोर्न और सोया जैसे वेजिटेबल ऑयल से बेहतर हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि ये ओमेगा 3, ओमेगा 6 और ओमगा 9 का सही कॉम्बिनेशन होते हैं. कभी भी दो फ्लेवर के ऑयल्स को मिक्स करके नहीं लेना चाहिए.
कोकोनट ऑयल है बेस्ट–
लोगों को कोकोनट ऑयल और ग्रांउड नट ऑयल्स के बारे में कई मिथ है. लोग सोचते हैं कि ये हैवी हैं. इनसे कॉलेस्ट्रॉल बढ़ता है. इनसे हेल्थ खराब होती है. लेकिन कोकोनट ऑयल एंटीवॉयरल, एंटीफंगल प्रोपर्टीज से भरपूर होता है. ये हार्ट हेल्थ और ब्रेन हेल्थ के लिए अच्छा है. ये बालों के लिए बहुत अच्छा है. लेकिन बहुत से लोग कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल नहीं करते. क्या आप जानते हैं केले के वेफर्स और कुछ आइटम कोकानट ऑयल में ही बनते हैं.