महाराष्ट्र के अमरावती में किसानों के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस के 2 विधायकों ने सोमवार को आत्मदाह की कोशिश की. जिला कलेक्ट्रेट के करीब दोनों विधायकों ने अपने केरोसिन डालकर आग लगाने की कोशिश की लेकिन पुलिस की तत्तपरता से उन्हें रोक लिया गया.
पुलिस उपायुक्त चिन्मय पंडित ने बताया कि धमनगांव रेलवे और तेओसा निर्वाचन क्षेत्रों के विधायकों वीरेंद्र जगताप और यशोमती ठाकुर को खुद के ऊपर मिट्टी का तेल छिड़कने और आग लगाने से पहले ही हिरासत में ले लिया गया. कांग्रेस विधायक जगताप ने एजेंसी को बताया कि स्थानीय कांग्रेस इकाई ने हाल में जिला प्रशासन से कहा था कि वह कृषि उत्पाद बाजार समिति को निर्देश दे कि वह अरहर और चना दाल की खरीद शुरू करे.
कांग्रेस विधायक वीरेंद्र जगताप ने कहा कि पार्टी ने यह मांग भी की थी कि किसानों को पहले ही खरीदी जा चुकी फसलों का तीन महीने का बकाया दिया जाए. जगताप ने कहा, ‘क्योंकि कोई जवाब नहीं मिला, इसलिए हमने जिला कलेक्ट्रेट तक मार्च निकालकर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया.’ दोनों विधायकों ने कलेक्ट्रेट के सामने आत्मदाह करने की धमकी भी दी थी. जगताप ने बीजेपी पर किसानों के प्रति उदासीन होने का आरोप लगाया.
जगताप ने कहा, ‘किसानों की स्थिति दयनीय है, उनके पास खरीफ के सत्र में खेती करने के लिए पैसे नहीं हैं. सरकार की किस्मत अच्छी है कि किसान सत्तारूढ़ पार्टी के मंत्रियों और विधायकों को आजाद घूमने दे रहे हैं.’ जगताप ने चेतावनी दी कि अगर स्थिति नहीं सुधरती है तो किसान मंत्रियों और विधायकों को स्वतंत्र रूप से नहीं घूमने देंगे.