मैथा मांडा गांव के मजरा सूरजपुर इंद्रानगर में एक मां पिछले 34 दिन से अपने लापता लाल का इंतजार कर रही थी। अपने लाल के लौटने की आस लगा दरवाजे पर ही टकटकी लगाए मां उस समय बेसुध हो गई जब लाल की लाश मिलने की खबर घर आई। कंकाल में तब्दील हो चुके शव की पहचान कपड़ों से करते हुए पिता भी गश खाकर गिर पड़े। भाई और दो बहनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। बदहवास परिवार की हालत देखकर ग्रामीणों की जुबान पर बस एक ही सवाल था कि आखिर मासूम को किसने और क्यों मौत के घाट उतार दिया।
ये हुई थी घटना
शिवली के मैथा मांडा के सूरजपुर इंद्रानगर निवासी हरिहर नाथ अपने छह वर्षीय पुत्र आनंद के साथ 21 नवंबर को घर के पास रहने वाले रामसूरत कुशवाहा के यहां तिलक समारोह में गए थे। करीब शाम सात बजे आनंद पिता से घर जाने की बात कहकर समारोह से निकल गया। देर रात हरिहर नाथ घर पहुंचे तो आनंद को नहीं देख सन्न रह गए। घरवालों से पता चला कि बेटा तो घर आया ही नहीं। खोजबीन के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला। दूसरे दिन गुमशुदगी दर्ज कराई गई। पुलिस ने नजदीकी जिलों के थानों और सार्वजनिक स्थानों पर लापता मासूम की फोटो के साथ गुमशुदगी की सूचना चस्पा करवा दी लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
ऊसर में शव मिलने से मची सनसनी
बीते मंगलवार की दोपहर में गुरसर गांव के कुछ चरवाहे मवेशी चराने गए थे। यहां रामनारायण के बंजर खेत में झाडिय़ों के पास बदबू आने पर चरवाहों ने देखा तो मासूम का शव पड़ा है। खबर फैलते ही भीड़ जुट गई और जानकारी पाकर हरिहर नाथ भी पहुंच गए। कपड़ों से बेटे आनंद के तौर पर पहचान होते ही वह गश खाकर गिर पड़े। पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। घटना के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
बेटे के लौटने की आस टूटी तो बेसुध हुई मां
आनंद के लापता होने से स्वजन बेहाल थे और हर रोज उसके सकुशल होने या फिर लौट आने की खबर की आस लगाए थे। दिन की शुरुआत पर जगी आस दिन ढलने पर भले की निराशा लाती थी। मंगलवार को आनंद का शव मिलने की खबर मिली तो मां चंद्रावती बेसुध होकर गिर पड़ी। चंद्रावती पुत्र की सकुशल वापसी को लेकर मिन्नतें मना रही थीं। मां की हालत देकर आनंद के भाई विक्की व बहन नेहा तथा प्रियंका का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। भाई बहनों में सबसे छोटे आनंद का शव मिलने से मोहल्ले के लोग भी गमगीन हो गए।
हिरासत में लिए गए थे कई लोग
लापता आनंद की तलाश में पुलिस ने एनाउंस कराने के साथ पंपलेट भी चस्पा कराए थे। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करके शक के आधार पर गांव के एक दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की गई लेकिन कोई सुराग नहीं मिला था। कोतवाल भूपेंद्र ङ्क्षसह राठी ने बताया कि हर पहलू पर गहराई से छानबीन की जा रही है। संदेह के आधार पर दोबारा से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
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