कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री हरीश रावत ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के खिलाफ कार्रवाई को भाजपा की बदले की भावना बताया है। रावत ने आजम खां के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई को गलत ठहराया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिल्ली से उत्तराखंड जाते हुए रामपुर जिले में हाईवे पर एक होटल में रुके थे। इस दौरान मीडिया ने उनको घेर लिया।

आइएनएक्स मीडिया केस में फंसे पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को 26 अगस्त तक के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) की रिमांड पर भेज दिया है। इस बात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उन्होंने कहा कि पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है, लेकिन हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।
इंसाफ जरूर मिलेगा। उनको प्रतिशोध और बुरी नीयत का शिकार बनाया गया है। यह कुछ और नहीं निजी और राजनीतिक प्रतिशोध का एक उदाहरण है। जिस तरह उन्हें गिरफ्तार किया गया और व्यवहार किया गया वह बेहद ही हताशा भरा और अपमानजनक है। यह तो लोकतंत्र की हत्या है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने यह ठान लिया है कि उसके खिलाफ जो भी आवाज उठेगी, उसे कुचल दिया जाएगा। पी चिदंबरम के खिलाफ जो मामला बनाया गया है, वह बहुत पुराना है । इस मामले में जो रिपोर्ट दर्ज की गई, उसमें चिदंबरम का नाम नहीं है और जो चार्जशीट दाखिल की गई है, उसमें भी चिदंबरम का नाम नहीं है।
सिर्फ एक व्यक्ति के बयान के आधार पर सीबीआई अचानक इतनी सक्रिय हो गई। सारा देश जान रहा है कि यह राजनीति से प्रेरित कार्रवाई है। आम आदमी को संरक्षण देने के लिए बनी जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स के जरिये विपक्ष के नेताओं पर दबाव बनाया जा रहा है।
राज ठाकरे ने ईवीएम को लेकर विरोध किया तो उनके खिलाफ भी ईडी की जांच शुरू करा दी। ईवीएम को लेकर सारा विपक्ष एकजुट है और इस बारे में चुनाव आयोग को फैसला लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी के फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बनने से कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ा है। कांग्रेस हमेशा जुल्म ज्यादती के खिलाफ आवाज उठाती रही है और आगे भी उठाती रहेगी। हम सत्ता पक्ष के दबाव में झुकने वाले नहीं हैं।
आजम खां और असदुद्दीन ओवैसी भाजपा के पंचिंग बॉक्स
हरीश रावत ने कहा कि रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां और असदुद्दीन ओवैसी भाजपा के पंचिंग बाक्स हैं। दोनों हमेशा भाजपा के लिए ध्रुवीकरण कराने में सहायक रहे हैं, लेकिन आजम खां के खिलाफ अब जो कार्रवाई की जा रही है, हम उससे सहमत नहीं है। हम किसी के खिलाफ भी अत्याचार के पक्षधर नहीं हैं। हरीश रावत का प्रदेश उपाध्यक्ष मुतिउर रहमान खान बबलू, शहर अध्यक्ष मामून शाह खान, युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नोमान, निक्कू पंडित, मेहरबान अली आदि मौजूद रहे।
यह है पूरा मामला
आइएनएक्स मीडिया मामले में सीबीआइ ने 15 मई 2017 को प्राथमिकी दर्ज की थी। इसमें आरोप लगाया गया है कि पी. चिदंबरम के कार्यकाल में 2007 में 305 करोड़ रुपये की विदेशी धनराशि प्राप्त करने के लिए आइएनएक्स मीडिया समूह को दी गई एफआइपीबी (फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड)मंजूरी में अनियमितताएं हुईं।
इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पिछले साल इस संबंध में मनी लांङ्क्षड्रग का मामला दर्ज किया था। सीबीआइ और ईडी की जांच में पता चला कि एफआइपीबी से मंजूरी दिलाने के लिए आइएनएक्स मीडिया के निदेशक पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी ने पी. चिदंबरम से मुलाकात की थी ताकि मंजूरी में कोई देरी न हो।
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